धर्मशाला में स्वच्छ पेयजल के लिए कदमताल
बरसात के आगमन से पहले जलशक्ति विभाग के धर्मशाला मंडल ने सभी स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों तथा पंचायतों में वाटर टेस्टिंग पखवाड़े का अभियान छेड़ा है । इसके लिए विभागीय टीम ने कवायद शुरू कर दी है। इससे पीने के पानी की शुद्धता मापी जा रही है।
योल, जेएनएन : बरसात के आगमन से पहले जलशक्ति विभाग के धर्मशाला मंडल ने सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा पंचायतों में वाटर टेस्टिंग पखवाड़े का अभियान छेड़ा है । इसके लिए विभागीय टीम ने कवायद शुरू कर दी है। इससे पीने के पानी की शुद्धता मापी जा रही है। बरसात के दिनों या फिर गॢमयों में कई बार लीकेज से पानी प्रदूषित होने का खतरा बना रहता है। गांव के स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों में लगे वाटर टैंकों में पानी की गुणवत्ता जांची जा रही है ताकि बच्चों को शुद्ध पानी मिले ।
इस अभियान के तहत धर्मशाला मंडल की 28 पंचायतों के स्कूल आंगनबाड़ी तथा पंचायतों में लगे टैंक के पानी की सैंपलिंग की जा रही है ताकि मानसून से पहले लोगों को प्रदूषित पानी की सप्लाई न हो सके । इस कार्य को अंजाम देने के लिए ब्लॉक रिसोर्स पर्सन सपना देवी टीम सहित पंचायत के हर स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में स्थापित वाटर टैंकों की सैंपलिंग कर पानी की शुद्धता की जांच कर रहे हैं। लोगों को पेयजल शुद्ध मिले किसी तरह से जलजनित रोग न फैले, इस,के लिए एहतियात के तौर पर जलशक्ति विभाग ने अभियान छेड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि बरसात के मौसम में दूषित पानी की आपूर्ति होने से लोग जलजनित रोगों की चपेट में आ जाते हैैं।
यह बोले अधिशाषी अभियंता
जल शक्ति मंडल धर्मशाला के अधिशाषी अभियंता सरवन ठाकुर ने बताया कि अब तक पासू, मदल, चैतडू, सौकणी द कोट, वरवाला, रक्कड, झियोल गांवों में स्थापित वाटर टैंकों की सेंपलिंग की जा चुकी है, लेकिन अब तक टेस्टिंग में पानी की गुणवत्ता सही पाई गई है। उन्होंने बताया कि वाटर टेस्टिंग पखवाड़े के तहत सभी पंचायतों में पानी की सैैंपलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना है। लोग रोग से बचे रहें, यही प्रयास है।