नहीं रहे श्री गुरु रविदास महासभा के प्रदेश संरक्षक बाबू शेर सिंह

प्रदेश श्री गुरु रविदास महासभा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डा. विजय विद्यार्थी ने बताया कि महासभा ने प्रदेश मुख्य संरक्षक बाबू शेर सिंह हीर को 82 साल की उम्र में खो दिया। उनका जन्म 24 मई 1939 को सरिमोलग के स्वर्गीय जानकी देवी और डीआर हीर के घर हुया था।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 05:36 PM (IST)
नहीं रहे श्री गुरु रविदास महासभा के प्रदेश संरक्षक बाबू शेर सिंह
गुरु रविदास महासभा के प्रदेश संरक्षक बाबू शेर सिंह का निधन। जागरण

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश श्री गुरु रविदास महासभा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डा. विजय विद्यार्थी ने बताया कि महासभा ने प्रदेश मुख्य संरक्षक बाबू शेर सिंह हीर को 82 साल की उम्र में खो दिया। शेर सिंह का जन्म 24 मई 1939 को सरिमोलग के स्वर्गीय जानकी देवी और डीआर हीर के घर हुया। शेर सिंह हीर राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला से ग्रेजुएशन करने के बाद सेंट्रल एजी में अकाउंटेंट की नौकरी करते हुए प्रदेश श्री गुरु रविदास महासभा के संस्थापक सदस्य बने। पूरे हिमाचल प्रदेश के गांव-गांव में घूम-घूम कर महासभा की शाखाएं खोलीं। 31 मई 1997 को डिविजनल अकाउंट्स आफिसर के पद से सेवानिवृत्‍त होने के बाद इन्होंने एक बार सीपीएम की टिकट पर राजगीर विधानसभा क्षेत्र से विधायक पद का चुनाव भी लड़ा और इनकी पत्नी प्रकाश देवी बीडीसी सदस्य भी रही।

हीर अपने पीछे पत्नी एक बेटी और चार बेटे छोड़ गए हैं। इनके दो बेटे अधिकारी हैं। बाबू शेर सिंह अपनी अंतिम सांस तक महासभा के प्रदेश मुख्य संरक्षक के रूप में समाज की सेवा करते रहे। समाज के प्रति इनकी उत्कृष्ट सेवाओं की वजह से भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने इन्हें डा. आंबेडकर नेशनल अवार्ड तथा महासभा ने श्री गुरु रविदास लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। इनके निधन पर हिमाचल प्रदेश श्री गुरु रविदास महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पीसी भाटिया, प्रदेश महासचिव जीसी बडालिया, शरत चंद्र, हरि राम हीर, कैप्टन रोशन लाल, केसी दयोल, चतर सिंह चौहान और महात्मा करुणाकर तथा प्रदेश की विभिन्न महासभाओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। बाबू शेर सिंह के सम्मान में 31अक्टूबर को सुबह ठीक 11 बजे इनके निवास स्थान अंद्रेटा में शोक सभा का आयोजन किया जाएगा।

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