भगवान हर किसी के मन में, सिर्फ पहचानने वाला भक्त चाहिए
श्री राधाकृष्ण मंदिर योल बाजार में 31 अक्टूबर तक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय संत समाज के सुप्रसिद्ध कथाकार वाचक अरविंद महाराज श्रीमद्भागवत पुराण कथा में भगवान कृष्ण की रासलीलाओं का वर्णन करेंगे। मंदिर में हर साल कथा का आयोजन किया जाता रहा है।
योल, संवाद सहयोगी। श्री राधाकृष्ण मंदिर योल बाजार में 31 अक्टूबर तक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय संत समाज के सुप्रसिद्ध कथाकार वाचक अरविंद महाराज श्रीमद् भागवत पुराण कथा में भगवान कृष्ण की रासलीलाओं का वर्णन करेंगे।
मंदिर में हर साल कथा का आयोजन किया जाता रहा है। लेकिन पिछले डेढ़ साल से कोरोना काल के साए में सभी मंदिरों के कपाट बंद होने के कारण धार्मिक अनुष्ठान ओर कार्यक्रम नहीं हो पाए। इस साल इन आयोजनों के होने से मंदिरों में फिर रौनक लौट आई और लोग भी भक्तिमय होने लगे हैं। सोमवार को शाम सात बजे कलश यात्रा के बाद श्री मद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। आज के प्रसग में संत अरविंद महाराज ने कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि भगवान हर किसी के मन में बसते है, सिर्फ उन्हें पहचाने वाला भक्त चाहिए । इस लिए भगवान को दायें बायें या यहां वहां तलाशने के बजाए पहले अपने मन के भीतर तलाशना चाहिए। कथा वाचक अरविंद महाराज 31 अक्टूबर तक दोपहर तीन से शाम छह बजे तक भजन कीर्तन व कथा का गुणगान करेंगे। इसके अलावा टीका वणी योल में भी भागवत कथा पुराण चल रही है। आयोजक हरवंश लाल नेवताया कि रोजाना दोपहर बाद चार बजे से शाम सात बजे तक कथा का आयोजन किया जा रहा है।