सोलन की बेटी बलजीत ने फतह की एवरेस्ट
जिला सोलन के ममलीग निवासी पर्वतारोही बलजीत कौर ने एवरेस्ट समूह की पुमोरी चोटी पर फतेह हासिल करने में कामयाबी पाई है। बलजीत कौर व राजस्थान की साथी पर्वतारोही गुणवाला शर्मा पुमोरी चोटी पर चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय महिलाएं बनी हैं।
सोलन, विनोद कुमार। जिला सोलन के ममलीग निवासी पर्वतारोही बलजीत कौर ने एवरेस्ट समूह की पुमोरी चोटी पर फतेह हासिल करने में कामयाबी पाई है। बलजीत कौर व राजस्थान की साथी पर्वतारोही गुणवाला शर्मा पुमोरी चोटी पर चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय महिलाएं बनी हैं। पुमोरी एवरेस्ट श्रंखला की कठिन चोटियों में से है। पुमोरी को एवरेस्ट की छोटी बहन भी कहा जाता है। यह समुद्र तल से करीब 7161 मीटर ऊंचाई पर है।
बलजीत ने अपनी टीम के साथ 12 मई सुबह साढ़े आठ बजे पुमोरी चोटी पर तिरंगा लहराया। बलजीत कौर ने दैनिक जागरण से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उनकी टीम का माहौल ऐसा था कि यह कठिन रास्ता कैसे कट गया उन्हें पता भी नहीं चला। उन्होंने बताया कि ट्रैक पर कई बार हाथ ठंडे हो जाते हैं। चढ़ाई के दौरान एक बार उनके दस्ताने गिर गए, यह उनके लिए परीक्षा की कठिन घड़ी थी। बलजीत ने बताया कि उन्हें बचपन से सेना मेें जाने का शौक था, उनके पापा भी फौज से सेवानिवृत्त थे। इसके कारण उन्होंने एनसीसी ज्वाइन कर ली थी। वह जून की दूसरे सप्ताह सोलन लौट रही हैं। उन्होंने सहयोग देने वाले सोलन के कुछ समाजसेवियों का आभार जताया है।
इससे कुछ दिन पहले हिमाचल के जनजातीय जिले के एक युवा ने भी इसी तरह का परचम लहराते हुए प्रदेश का नाम रोशन किया था। प्रदेश के जनजातीय जिले के 24 वर्षीय युवा अमित ने एवरेस्ट फतह कर इतिहास रचा है। किन्नौर जिले की आदर्श पंचायत बटसेरी के युवा अमित ने साहस के साहस की हर ओर प्रशंसा हो रही है। अमित ने साहस का परिचय देते हुए विश्व की सबसे ऊंची चोटी को चढ़कर देश, प्रदेश और किन्नौर जिले का नाम रोशन किया है। खास बात है कि वर्ष 2021 में एवरेस्ट की चढ़ाई पार करने वाले अमित पहले सिविलियन एवरेस्टर बने हैं।