ज्वालामुखी मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग भूले श्रद्धालु, चार कर्मियों के छूटे पसीने; अतिरिक्त पुलिस बल भेजा
Jawalamukhi Temple रविवार को छुट्टी के दिन शक्तिपीठ जवालामुखी में सथानीय तथा बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ ने स्थानीय प्रशासन तथा मंदिर न्यास के प्रबंधों की पोल खोल दी। बीते रविवार को भी श्रधालुओं की भारी भीड़ ने प्रशासन के पसीने छुड़वा दिए थे।
ज्वालामुखी, जेएनएन। रविवार को छुट्टी के दिन शक्तिपीठ जवालामुखी में सथानीय तथा बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ ने स्थानीय प्रशासन तथा मंदिर न्यास के प्रबंधों की पोल खोल दी। बीते रविवार को भी श्रधालुओं की भारी भीड़ ने प्रशासन के पसीने छुड़वा दिए थे। लेकिन इससे सबक लेकर व्यवस्थाएं बनाने के लिए मिले एक सप्ताह के समय में भी प्रशासन की नींद नहीं खुली। नतीज़तन रविवार को फिर बही हालत बने, जिनकी आशंका थी। काबू से बाहर भीड़ न तो लाइन में लग रही थी, न ही कहीं पर शारिरिक दूरी के नियम का पालन होता दिखा।
ज्वालामुखी पुलिस व मंदिर न्यास की तरफ से दो-दो लोग व्यवस्था बनाने में मेहनत करते दिखे। लेकिन इतनी भीड़ पर चार लोग नाकाफी होने की वजह से व्यवस्था बनते नहीं बनी। भीड़ की लंबी कतार तथा धूप से बचने के लिए लगाया गया शामियाना छोटा होने की वजह से भी श्रद्धालु इधर-उधर होने को मजबूर हुए। पंजीकरण के लिए बैठे मंदिर न्यास के सदस्य तथा स्वास्थ्य विभाग के सदस्य भी पूरी तरह बेबस दिखे। कारणवश लोग लाइनें तोड़कर अपना पंजीकरण तथा स्वास्थ्य जांच के लिए सबसे आगे रहने की दौड़ में लगे रहे।
बिडंबना रही कि बेशक छुट्टी वाला दिन होने के कारण तमाम अधिकारी दफ्तरों में नहीं थे। लेकिन कोई भी इस तरह की व्यवस्था भी नहीं की गई, जिससे श्रद्धालुओं को समस्याओं का सामना ना करना पड़े। डीएसपी ज्वालामुखी को मामले की सूचना मिलने पर उन्होंने अतिरिक्त पुलिस बल भेजने की बात कही।