हिमाचल में बिहार का स्मार्ट प्रीपेड मीटर मॉडल लागू करने की तैयारी, शिमला और धर्मशाला से होगी शुरुआत

Smart Prepaid Electricity Meters हिमाचल में बिजली के पुराने मीटरों को बदल कर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। राज्य बिजली बोर्ड इसके लिए बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के मॉडल को अपनाने की तैयारी में है। इसको लेकर बिजली बोर्ड में अधिकारिक स्तर पर होमवर्क शुरू हो चुका है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 14 Feb 2021 12:09 PM (IST) Updated:Sun, 14 Feb 2021 12:09 PM (IST)
हिमाचल में बिहार का स्मार्ट प्रीपेड मीटर मॉडल लागू करने की तैयारी, शिमला और धर्मशाला से होगी शुरुआत
हिमाचल में बिजली के पुराने मीटरों को बदल कर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।

शिमला, जेएनएन। हिमाचल में बिजली के पुराने मीटरों को बदल कर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। राज्य बिजली बोर्ड इसके लिए बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के मॉडल को अपनाने की तैयारी में है। इसको लेकर बिजली बोर्ड में अधिकारिक स्तर पर होमवर्क शुरू हो चुका है। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी ने हाल ही में राज्य बिजली बोर्ड के उच्च अधिकारियों के समक्ष अपनी प्रजेंटेशन दी है। इसमें बताया कि बिहार में उन्होंने किस तरह से पुराने मीटरों को बदला। नए मीटर लगाने के बाद क्या-क्या फायदे हुए हैं। इस प्रजेंटेशन के बाद राज्य बिजली बोर्ड ने देश के अन्य राज्यों, जहां पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग चुके हैं वहां किस तरह से कार्य किया है, इसका अध्ययन करना शुरू कर दिया है। इस अध्ययन के बाद इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड के अध्यक्ष को भेजी जाएगी।

हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड प्रीपेड मीटर लगाने की योजना पर काफी समय से कार्य कर रहा है। धर्मशाला और शिमला में इसके तहत ट्रायल आधार कुछ घरों में मीटर लगाए भी जा चुके हैं। अब सभी उपभोक्ताओं के घर में पुरान मीटरों को बदलने की तैयारी चल रही है। बोर्ड का कहना है कि इसकी शुरुआत शिमला और धर्मशाला से होगी। बोर्ड करीब 24 लाख स्मार्ट बिजली मीटर लगाएगा। हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के निदेशक (आप्रेशन) ई. पंकज डढवाल ने बताया कि बिहार की कंपनी ने अपनी प्रजेंटेशन दी है।

प्रीपेड और स्मार्ट प्री पेड मीटर में अंतर

प्रीपेड मीटर और स्मार्ट प्रीपेड मीटर में अंतर है। प्रीपेड मीटर के माध्यम से बिजली उपभोक्ता को एडवांस रिचार्ज के आधार पर बिजली की आपूॢत होती रहती है। इसका फायदा यह होता है कि बिजली का उपयोग करने के पहले ही पैसे की वसूली हो जाती है। इससे बिजली कंपनियों को बिल बाकी है जैसी दिक्कत नहीं झेलनी पड़ती। स्मार्ट प्री पेड मीटर थोड़ा अलग होता है। यह बिजली कंपनी के सर्वर से जुड़कर कई तरह की सूचनाएं देता रहता है। संबंधित उपभोक्ता का बिजली बिल भी वहीं से तैयार होता रहता है। बिजली कंपनी के पास हमेशा अपडेट डाटा रहता है कि कौन से उपभोक्ता कितनी खपत कर रहा, लोड क्या है। बिजली उपभोक्ताओं को उसके रिचार्ज के हिसाब का खपत अलर्ट भी मिलता रहता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा है तो बिल भी रिमोटली बन जाता है। बिजली कनेक्शन चालू और बंद भी रिमोटली ही हो जाता है।

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