नाहन HRTC डिपो की वर्कशाप में बैटरियां न होने से छह बसें खड़ी

हिमाचल प्रदेश में करोड़ों की कमाई कर सरकार के राजस्व को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाले हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के नाहन डिपो की कर्मशाला (वर्कशाप) को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। खासकर बसों के मरम्मत कार्य में प्रयोग होने वाले सामान की यहां भारी कमी है।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 03:45 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 03:45 PM (IST)
नाहन HRTC डिपो की वर्कशाप में बैटरियां न होने से छह बसें खड़ी
नाहन HRTC डिपो की वर्कशाप में बैटरियां न होने से छह बसें खड़ी। जागरण आर्काइव

नाहन, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश में करोड़ों की कमाई कर सरकार के राजस्व को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाले हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के नाहन डिपो की कर्मशाला (वर्कशाप) को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। खासकर बसों के मरम्मत कार्य में प्रयोग होने वाले सामान की यहां भारी कमी है। निगम की ओर से डीएम मुख्यालय को मांग भेजे जाने के बावजूद सामान की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। यदि मिलता भी है, तो वह नाकाफी है।

निगम पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, कर्मशाला में बैटरियों की भारी कमी है। इसके चलते लगभग छह बसें यहां खड़ी हैं। बसों के ब्रेकडाउन होने के कारण जिले में बस रूट प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही कुछ बंद भी हो गए हैं। इसके अलावा इंजन और गियर बाक्स सहित अन्य सामान की आपूर्ति न होने से भी कार्य प्रभावित हो रहा है। नाहन डिपो को डीएम कार्यालय तारा देवी से सामान की आपूर्ति होती है। निगम पदाधिकारियों के अनुसार डिपो के लिए जरूरी सामान की मांग काफी समय पहले दी गई है। इनमें मुख्य रूप से बैटरियां, इंजन और गियर बाक्स आदि अन्य स्पेयर पार्ट्स हैं। हालांकि, मुख्य कार्यालय की ओर से कुछ बैटरियां डिपो को भेजी भी गई हैं, जिन्हें लगाकर जिले के कुछ बस रूटों को चालू किया गया है लेकिन अभी भी वर्कशॉप में छह बसें बैटरियों की कमी से खड़ी हैं।

गौरतलब है कि नाहन डिपो में निगम के कुल 159 रूट हैं। इनमें से कुछ रूट अभी भी बंद पड़े हैं। निगम पदाधिकारियों का कहना है कि यदि सामान की आपूर्ति हो जाती है तो उन्हें भी शुरू किया जा सकता है। वहीं, एचआरटीसी नाहन डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव बिस्ट ने बताया कि नाहन कर्मशाला को बसों की मरम्मत व इनमें प्रयोग होने वाले सामान की आपूर्ति नहीं हो पाई है। उन्होंने माना कि बैटरियां न होने के कारण वर्कशाप में छह बसें खड़ी हैं। निगम कार्यालय को मांग भेजी गई। जैसे ही आपूर्ति होगी इन बसों को भी रूट पर चला दिया जाएगा।

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