22 वर्षीय बेटे की पार्थिव देह आंगन में देखकर बिलख पड़ी शहीद की मां, मनीश सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन
Siachen Martyr Manish कुनिहार स्थित घर में देह पहुंचने पर माता पिता समेत अन्य सदस्य बुरी तरह बिलख उठे।
सोलन, जेएनएन। जिला सोलन के सियाचिन में शहीद हुए 22 वर्षीय सैनिक मनीष की पार्थिव देह बुधवार दोपहर को पैतृक गांव पहुंची। कुनिहार स्थित घर में देह पहुंचने पर माता पिता समेत अन्य सदस्य बुरी तरह बिलख उठे। कुछ देर शव में रखने के बाद राजकीय सम्मान के साथ संस्कार कर दिया गया। पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद मनीष ठाकुर की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट तक पहुंचाया गया।
शहीद की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग उमड़े। श्मशानघाट पर सेना की टुकड़ी ने शहीद को सलामी दी। वहीं जिला प्रशासन की तरफ से एसडीएम सोलन व डीएसपी दाड़लाघाट सहित अन्य मौजूद रहे। सोलन के कुनिहार का मनीष सियाचिन में उत्तरी ग्लेशियर के पास सोमवार को हुए हिमस्खलन की चपेट में आकर शहीद हो गया था। 22 वर्षीय मनीष ठाकुर अविवाहित था तथा दो वर्ष पहले ही सेना में भर्ती हुआ था। युवा उम्र में ही मनीष की शहादत के बाद आसपास के इलाके में शोक का माहौल बन गया है।
उत्तरी लद्दाख में स्थित विश्व के सबसे ऊंचे युद्वस्थल सियाचिन में सोमवार को सेना के जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। इसी दौरान हिमाचल का जवान भी शहीद हो गया। सियाचिन में माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच सेना की टीम पैट्रोलिंग कर रही थी, इस दौरान दोपहर बाद ये जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे।