शुभम ने हिम्मत और सहजता से जीती कोरोना से जंग
कोरोना वायरस पर हिम्मत और सहजता के साथ कोविड सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए जीत हासिल की जा सकती है। कोरोना से लड़कर ही हम इससे पार पा सकते हैं। मैं खुद कोराने संक्रमित हुआ लेकिन हिम्मत नहीं हारी।
बिमल बस्सी, कांगड़ा। कोरोना वायरस पर हिम्मत और सहजता के साथ कोविड सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए जीत हासिल की जा सकती है। कोरोना से लड़कर ही हम इससे पार पा सकते हैं। मैं खुद कोराने संक्रमित हुआ, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। इसी वजह से आज बीमारी से उबर पाया हूं। यह कहना है कोरोना से जंग जीतने वाले जमानाबाद के 22 वर्षीय नौजवान शुभम का।
उन्होने बताया कि उनके एक रिश्तेदार के संक्रमित होने के बाद सिविल अस्पताल जाकर कोविड टेस्ट कराया। मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर बिना किसी घबराहट से स्वास्थ्य अधिकारियों से स्वस्थ होने सबंधी दिशानिर्देश लेकर मैंने खुद को अलग कमरे में क्वारंटीन कर लिया। परिजनों ने मेरा खूब हौसला बढ़ाया बेशक मेरे मुंह का स्वाद खत्म हो चुका था, लेकिन मैने स्वास्थ्य विभाग से मिले निर्देशों का पालन किया। समय पर दवाई खाई और दिन में तीन-चार बार गर्म पानी का सेवन करता रहा। प्रतिदिन अपने कपड़ों सहित बिस्तर की चादरें भी बदलता था। बिना हिम्मत गंवाए हवादार कमरे में रहते हुए रोज गर्म खाने के साथ पौष्टिक भोजन किया। विटामिन सी युक्त फल (संतरा, किन्नू और नींबू का सेवन दिनचर्या में शामिल किया। अपने कमरे को रोज सैनेटाइज करने के अलावा मास्क लगा कर रखता था। सात दिन के बाद मुझे महसूस हुआ कि मेरी जीभ स्वाद महसूस करने लगी। इससे मुझे एक नई ताकत मिली और मेरी हालत सुधरती चली गई 15 दिन बाद दोबारा टेस्ट कराने पर पता चला कि मैं पूरी तरह स्वस्थ हो चुका हूं। अब मैं कोविड सुरक्षा नियमों का पूरा पालन करता हूं। शारीरिक दूरी के साथ मास्क लगाकर रखता हूं। मैं अन्य लोगों को भी जागरूक करता हूं कि इस महामारी में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। महामारी के दौर में लापरवाही नहीं बल्कि सुरक्षित उपाय अपनाना ही कारगर साबित होगा।