पहाड़ी दरकने से बंद श्रीरेणुकाजी हरिपुरधार मार्ग 15 घंटे बाद हुआ बहाल, पांवटा शिलाई पर वैकल्पिक व्यवस्था होगी
ShriRenuka Ji Haripurdhar Road श्रीरेणुकाजी हरिपुरधार मार्ग ददाहू से एक किलोमीटर आगे पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। देर रात को करीब 1000 बजे छोटे वाहनों के लिए मार्ग बहाल किया गया जबकि बड़े वाहनों के लिए रात 1130 बजे सुचारू कर दिया गया।
नाहन, जागरण संवाददाता। ShriRenuka Ji Haripurdhar Road, जिला सिरमौर में लगातार हो रही बारिश के साथ भूस्खलन की घटनाएं भी बढ़ी हैं। बारिश के कारण संपर्क मार्गों की हालत बहुत खस्ता हो चुकी है। जिला में लगातार हो रही बारिश से हर रोज किसी न किसी सड़क पर भारी भूस्खलन तथा मलबा गिर रहा है। कुछ सड़कों पर पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण मार्ग अवरुद्ध हो रहे हैं। मंगलवार सुबह करीब 8:30 बजे नाहन श्रीरेणुकाजी हरिपुरधार मार्ग ददाहू से एक किलोमीटर आगे पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके चलते यह मार्ग पूरा दिन बंद रहा। लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग को बहाल करने के लिए लगातार दो जेसीबी मशीनें लगाईं। जिसके बाद देर रात को करीब 10:00 बजे छोटे वाहनों के लिए मार्ग बहाल किया गया, जबकि बड़े वाहनों के लिए रात 11:30 बजे मार्ग सुचारू कर दिया गया।
करीब 15 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लोक निर्माण विभाग की टीम नाहन हरिपुरधार मार्ग को बहाल कर दिया। इसके साथ ही नाहन शिमला नेशनल हाईवे 907 ए पर रात को दोबारा बड़े-बड़े पत्थर गिरने से कुछ घंटों के लिए मार्ग बंद कर दिया। मौके पर जेसीबी मशीन ने रात को ही नेशनल हाईवे को बहाल कर दिया। लोक निर्माण विभाग संगड़ाह उपमंडल के अधिशासी अभियंता रतन शर्मा ने बताया देर रात 11:30 बजे श्रीरेणुकाजी हरिपुरधार मार्ग छोटे बड़े सभी वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। देर रात से ही वाहनों की आवाजाही जारी है।
पांवटा-शिलाई एनएच पर वैकल्पिक मार्ग करवाएं उपलब्ध
शिमला। पावंटा-शिलाई राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही बंद होने के बाद वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध करवाया जाए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत उठाए मामले में यह बात कही। उन्होंने कहा कि सड़क का 150 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। पहाड़ी काटकर वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं। वाहनों की आवाजाही बहाली में कम से कम 10 से15 दिन लग सकते हैं।