जिला कांगड़ा में मंदिरों के कपाट खुलने से फिर लौटेगी दुकानदारों के चेहरे की रौनक

कोरोना काल के दौरान दस मई से मंदिरों के कपाट बंद होने से जहां मंदिर सूने होकर रह गए थे। वहीं बेरोजगारी की मार झेल रहे मंदिर परिसर के दुकानदारों के चेहरो‌ं पर नई उमंग की चमक आने लगी है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 03:01 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 03:01 PM (IST)
जिला कांगड़ा में मंदिरों के कपाट खुलने से फिर लौटेगी दुकानदारों के चेहरे की रौनक
पहली जुलाई से मंदिरों के कपाट श्रृद्धालुओं के दर्शनार्थ खोलने के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

योल, सुरेश कौशल। कोरोना काल के दौरान दस मई से मंदिरों के कपाट बंद होने से जहां मंदिर सूने होकर रह गए थे। वहीं बेरोजगारी की मार झेल रहे मंदिर परिसर के दुकानदारों के चेहरो‌ं पर नई उमंग की चमक आने लगी है। अब करीब 50 दिनों बाद मंदिरों में रौनक लौट आएगी। सरकार ने वाकायदा कोविड-19 नियमों के तहत पहली जुलाई से मंदिरों के कपाट श्रृद्धालुओं के दर्शनार्थ खोलने के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

जिससे मंदिरों के खाली खजाने भी भरने लगेगे वहीं परिसर के दूकानदारो की रोजी रोटी का जुगाड़ भी चलने की आस बंधी है।यहां बता दें श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर परिसर तथा समीप में दौरान सौ के करीब दुकानदार है, इसके अलावा मंदिर के आसपास करीब 40 होटल ओर गैस्ट हाउस मंदिर खुला रहने पर ही निर्भर है। जोकि पिछले साल से ही कोरोना काल में बंद मंदिर की वजह से रोजी रोटी को भी तरह रहे हैं। बहरहाल अब मंदिर के कपाट खुलने से व्यापारियों को नई आशा की किरण जगी है ‌।

दुकानदारों में नामागल, हिमांशु अवस्थी, पंकज कौंडल, रघुवीर ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण मंदिर के कपाट बंद होने से यहां के दुकानदारों को रोजी रोटी के भी लाले पड़ गए हैं ।अव सरकार ने मंदिर खोलने की धौषणा की है दुकानदारों के चेहरों पर रौनक आ गई है। सरकार ने मंदिर खोलने का सराहनीय फैसला किया है । जिससे मंदिर की आमदनी तो वढेगी ही वहीं दुकानदारों को भी रोजगार के द्वार खुलेंगे ।

सभी दुकानदारों को कोविड नियमों की भी पालना करना चाहिए। मंदिर पर ही यहां के दुकानदारों की रोजी रोटी निर्भर है ।पिछले साल से कोरोना काल की मार झेल रहे दुकानदारों को अव फिर आशा की किरण जगी है । सरकार ने सही समय पर उचित फैसला लिया है । पिछले 50दिनों से चामुंडा मंदिर परिसर की मार्किट सूनी पड़ी थी। अब सरकार ने पहली जुलाई से मंदिर खोलने की अनुमति दी है। जिससे फिर रौनक तो लौटेगी ही। वहीं श्रृद्धालुओ की आमद से दुकानदारों की रोज़ी रोटी भी चल पड़ेगी ।

यह बोले मंदिर न्यास सदस्य

मंदिर न्यास सदस्य मनू सूद ने कहा कि सरकार द्वारा मंदिर खोलने के फैसले से मंदिर की आय तो बढ़ेगी ही वहीं अन्य राज्यों से आने वाले श्रृद्धालुओं को दर्शन भी हो पाएंगे। लोगों को भी कोविड नियमों की पालना करने चाहिए।

मंदिर अधिकारी ने यह कहा

मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने कहा कि सरकार ने वैसे तो मंदिर के कपाट खोलने के आदेश जारी कर दिए है। आगामी आदेशों के आधार पर ओर कोविड नियमों के अनुसार ही मंदिर खोले जाएंगे ।

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