डाडासीबा में मापतोल विभाग से बोले दुकानदार, स्यूल खड्ड में भी लगें तराजू बट्टों को मुहर

नंगल चौक में 20 जुलाई से 24 तक यानी चार दिनों के लिए तराजू कांटे में नवीनीकरण मोहरें लगाई जा रही हैैं। गांव स्यूल खड्ड साडां मेहडा दूर दराज इलाकों के दुकानदारों को अपने तराजू बटों को मोहर लगाने के लिए यहां नंगल चौक आना पड़ रहा है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:41 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:41 AM (IST)
डाडासीबा में मापतोल विभाग से बोले दुकानदार, स्यूल खड्ड में भी लगें तराजू बट्टों को मुहर
, स्यूल खड्ड में तराजू बट्टों को मुहर लगाने की मांग उठाई।

डाडासीबा, संवाद सूत्र। मापतोल विभाग द्वारा नंगल चौक में 20 जुलाई से 24 तक यानी चार दिनों के लिए तराजू कांटे में नवीनीकरण मोहरें लगाई जा रही हैैं। वहीं इस दौरान गांव स्यूल खड्ड साडां, मेहडा, अप्पर स्यूल, चनौर, बडलठौर आदि करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर दराज इलाकों के दुकानदारों को अपने तराजू बटों को मोहर लगाने के लिए यहां नंगल चौक आना पड़ रहा है।

वीरवार को इस मौके पर गांव स्युल खड्ड से करीब दस किलोमीटर दूर यहां नंगल चौक मे तराजू को मोहर लगाने वरिंदर कुमार, महेंद्र सिंह, बुद्धि सिंह, विजय कुमार, मुकेश व करमचंद ने बताया वीरवार को सुबह आठ बजे से अपनी दुकानदारी बंद करके यहां तराजू को मोहरे लगवाने बैठे हैं लेकिन यहां पर भारी भीड़ होने के कारण दोपहर करीब तीन बजे तक तराजू बटों को मोहर नहीं लग पाई थी। ऐसे में न केवल इस दौरान और भी कई दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा बल्कि कारोबार का भी नुकसान हुआ है।

उन्होंने मापतोल प्रशासन से अपील ही की है कि अगर यहां चार दिन का मोहर लगाने का कार्यक्रम रखा है तो इसमे एक दिन किसी सेंटर प्लेस यानी स्यूल खड्ड आदि इलाकों में नवीनीकरण धर्म कांटे में मोहरे लगवाई जाए ताकि लोगों को दूर दूर ना जाना पड़े। इस तरह से दूर दराज में मोहर लगाने के लिए वक्त व धन दोनों की बर्बादी होती है। इसलिए विभाग से आग्रह है कि किसी भी सेंटर स्थल पर ही तराजू व बटों में मोहर लगाई जाएं ताकि दुकानदारों को परेशानी न झेलनी पड़े।

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