ऊना में नई एनएच विभाग की निशानदेही के विरोध में उतरे पुराना बस अड्डा के दुकानदार
हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों के बाद अतिक्रमण के खिलाफ की गई जा रही एनएच विभाग की निशानदेही के विरोध में पुराना बस अड्डा के दुकानदार प्रशासन के दरबार पहुंचे है। यहां पर दुकानदारों ने पहले की गई निशानदेही को ही जारी रखने की मांग उठाई।
ऊना, जागरण संवाददाता। हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों के बाद अतिक्रमण के खिलाफ की गई जा रही एनएच विभाग की निशानदेही के विरोध में पुराना बस अड्डा के दुकानदार प्रशासन के दरबार पहुंचे है। यहां पर दुकानदारों ने पहले की गई निशानदेही को ही जारी रखने की मांग उठाई। इस संबंध में कई दुकानदारों का प्रतिनधिमंडल उपायुक्त राघव शर्मा से मिला और एक ज्ञापन देकर इस दिशा में समाधान की मांग की।
दुकानदारों का कहना है कि वर्तमान में पुराना बस अडडा से लेकर स्थानीय अम्ब रोड के दुकानदारों की दुकानों
के बीच तक निशान लगाकर अतिक्रमण साबित कर दिया गया है। मुख्य मार्ग किनारे एनएच द्वारा की गई पैमाइश कई दुकानों के अंदर तक गई है। जिससे साफ हैं दुकानदारों को अपनी दुकानें तोड़नी पड़ेंगी। कई छोटे दुकानदारों की आधी से ज्यादा दुकान इस निशान के अंदर आई है। जिससे उनकी रोजी रोटी पर
सीधा संकट आ खड़ा हुआ है। दुकानदारों की माने तो अम्ब रोड ऊना पर हुई विभागीय निशानदेही से सहमत नहीं है। करीब दस वर्ष पूर्व सड़क की पैमाइश हुई थी।
तब प्रशासन ने तो निशान लगाए थे वहां से दुकानें तोड़कर निशान के बाद दुकानदारों ने नई दुकानों का निर्माण किया था। जमीन को तोड़ने के लिए बकायदा जितना खर्च हुआ वह सरकार द्वारा अलग अलग दुकान मालिकों को दिए भी गए थे। लेकिन सरकार अब फिर से प्रशासन सड़क किनारे पैमाइश करवा दुकानों को अवैध बता रहा है। जबकि यहां जितने भी दुकानदार है सबकी मलकीयती भूमि है। अधिकांश ने दुकानदारों किराये पर दुकानें दे रखीं हैं। दूसरा इस निशानदेही से पहले किसी प्रकार का कोई नोटिस भी दुकानदारों को नहीं दिया गया।
प्रशासन दुकानदारों को उजाड़ने से पहले तथ्यों को देखें और पुरानी
निशानदेही के फैसले को ही बरकरार रखे। उधर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने
प्रतिनिधिमंडल की बात सुनते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। दूसरी
ओर एनएच विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा पहले ही स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं
कि जिन दुकानदारों का अतिक्रमण एनएच की जमीन पर था राजस्व विभाग के साथ
मिलकर पैमाइश की गई है।इन्हें आगामी चंद दिनों का समय देकर अतिक्रमण
हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं।