बैसाखी मेले न होने से त्रिलोकपुर के दुकानदारों के चेहरों पर छाई मायूसी

त्रिलोकपुर में दो दिवसीय बैसाखी मेले की 13 और 14 अप्रैल काफी रौनक होती थी । लेकिन इस बार भी सब तरफ वीरानी छाई हुई है। जिसका आगाज 13 अप्रैल को होता था । 13 और 14 अप्रैल को छिंज मेला होता है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 08:09 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 09:12 AM (IST)
बैसाखी मेले न होने से त्रिलोकपुर के दुकानदारों के चेहरों पर छाई मायूसी
त्रिलोकपुर में दो दिवसीय बैसाखी मेले रद्द होने से स्‍थानीय दुकानदार निराश हो गए हैं।

कोटला, जेएनएन। त्रिलोकपुर में दो दिवसीय बैसाखी मेले की 13 और 14 अप्रैल काफी रौनक होती थी। लेकिन इस बार भी सब तरफ वीरानी छाई हुई है। जिसका आगाज 13 अप्रैल को होता था । 13 और 14 अप्रैल को छिंज मेला होता है।

पिछले वर्ष भी बैसाखी  मेला त्रिलोकपुर कोरोना की भेंट चढ़ गया तथा इस वर्ष भी कोरोना मेले को निगल गया। आज से लेकर आगामी दो दिन तक त्रिलोकपुर ऐतिहासिक चौगान मैदान में तिल धरने की जगह नहीं होती थी परंतु इस बार कोई दिखाई नहीं दे रहा है।

गरीब दुकानदारों को इस मेले से काफी आस होती है कि उनको कुछ अाय होगी लेकिन कोरोना ने पिछले दो सालों से दुकानदारों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। दो दिनों तक त्रिलोकपुर में भी काफी रौनक रहती थी लेकिन इस बार यहां सब सुनसान हैं। हर कोई मायूस ही दिख रहा है।

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