दस दिनों के अंदर स्कूल नहीं खुले तो फतेहपुर में धरना देगी शिवसेना

सरकार स्कूल खोलने का निर्णय जल्द ले नहीं तो तहसीलदार कार्यालय में धरना दिया जाएगा। अभिभावकों निजी स्कूल के अध्यापकों व स्टाफ सहित नायब तहसीलदार सुशील कुमार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 04:41 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 04:41 PM (IST)
दस दिनों के अंदर स्कूल नहीं खुले तो फतेहपुर में धरना देगी शिवसेना
सरकार स्कूल खोलने का निर्णय जल्द ले नहीं तो तहसीलदार कार्यालय में धरना दिया जाएगा।

फतेहपुर,संवाद सहयोगी। सरकार स्कूल खोलने का निर्णय जल्द ले नहीं तो तहसीलदार कार्यालय में धरना दिया जाएगा। शिवसेना हिंद के बैनर तले प्रदेश अध्यक्ष रमेश दत्त कालिया ने अभिभावकों, निजी स्कूल के अध्यापकों व स्टाफ सहित नायब तहसीलदार सुशील कुमार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने कहा है कि स्कूल न खुलने से बच्चों का जीवन अंधकारमय हो गया है तो वहीं निजी स्कूल के अध्यापकों को खाने के लाले पड़ने लगे है।

उन्होंने कहा की राजनीतिक रैलियों के लिए कोरोना नहीं है बल्कि बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए स्कूल खोलने के निर्णय को सरकार ठंडे बस्ते में डाले हुए है। आज करीब दो वर्ष होने को है और सूबे के स्कूल बंद पड़े है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में बच्चे कुछ बनने के बजाए अनपढ़ ही रह जाएगें। अब तो अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य की भी चिंता सताने लग पड़ी है। आज निजी स्कूलों के हालात बद से बदतर हो चूके है। स्कूल बसें खड़ी खड़ी कबाड़ बन रही है जब की उनपर टैक्स का भुगतान निरंतर जारी है।

स्कूल भवन खंडहर बनने लगे हैं। अब स्कूल में बच्चे ही नहीं आ रहे है जिस कारण अध्यापक को भी मासिक भुगतान नहीं हो पा रहा है। शिवसेना हिंद के प्रदेश अध्यक्ष रमेश दत्त कालिया, अभिभावकों व स्कूल स्टाफ ने ज्ञापन के माध्यम से मांग रखी है शीघ्र ही स्कूलों को खोला जाएं। उन्होंने कहा है कि अगर दस दिन के अंदर स्कूल नहीं खोले तो फतेहपुर तहसील के परिसर में धरना दिया जाएगा। उन्होने कहा कि स्कूल न खुलने के कारण बच्चों की पढ़ाई भी प्रभ्रावित हो रही है।

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