शांता कुमार ने किया पृथीपाल सिंह के उपन्यास का विमोचन
पूर्व मुख्यमंत्री व साहित्यकार शांता कुमार ने वीरवार को यामिनी परिसर में हिमाचल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व लेखक पृथीपाल सिंह के पहले उपन्यास पतझड़ बीत गया का विमोचन किया। उपन्यास मेरी शामें शीर्षक से लिखा गए उनका गीत यूट्यूब पर भी धूम मचा चुका है।
पालमपुर, संवाद सहयोगी। पूर्व मुख्यमंत्री व साहित्यकार शांता कुमार ने वीरवार को यामिनी परिसर में हिमाचल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व लेखक पृथीपाल सिंह के पहले उपन्यास "पतझड़ बीत गया" का विमोचन किया।
इस उपन्यास की भूमिका प्रदेश के जाने-माने कथाकार व उपन्यासकार डा. सुशील कुमार फुल्ल ने लिखी है और इस उपन्यास में पहाड़ की पृष्ठभूमि और आंचलिकता की महक है। पृथीपाल सिंह की यह दूसरी पुस्तक है। इससे पहले उनका कविता संग्रह-" तितली के पंखों से उड़कर" आया था। " मेरी शामें " शीर्षक से लिखा गए उनका गीत यूट्यूब पर भी धूम मचा चुका है।
शांता कुमार ने साहित्य की हर विधा में लेखन करने के लिए पृथीपाल सिंह को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वह भविष्य में भी अपनी लेखनी से साहित्य जगत को समृद्ध करते रहेंगे। उन्होंने कहा साहित्य समाज का दर्पण होने के साथ समाज को संवेदनशील बनाता है। साहित्य अपने समय का प्रतिबिंब है जो हमारा मार्गदर्शन भी करता है। उन्होंने कहा उपन्यास लेखन एक कठिन विधा है और आजकल बहुत कम उपन्यास लिखे जा रहे हैं लेकिन यह हर्ष की बात है कि श्री पृथीपाल सिंह ने पहाड़ की ग्रामीण पृष्ठभूमि पर ये आंचलिक उपन्यास लिखा है जिसका निश्चित रूप से साहित्य जगत में स्वागत होगा। इस अवसर पर डा. सुशील कुमार फुल्ल, पूर्व एचएएस अधिकारी एवं साहित्यकार राकेश कोरला, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता इंद्र उत्तम व रचना सिंह भी उपस्थित रहे।