नियुक्ति की तिथि से दिया जाए वरिष्ठता लाभ

-हिमाचल अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन की मांग - अनुबंध काल को कुल सेवाकाल में जोड़े सरकार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 08:00 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 08:00 PM (IST)
नियुक्ति की तिथि से दिया जाए वरिष्ठता लाभ
नियुक्ति की तिथि से दिया जाए वरिष्ठता लाभ

-हिमाचल अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन की मांग

- अनुबंध काल को कुल सेवाकाल में जोड़े सरकार जागरण संवाददाता, धर्मशाला : हिमाचल अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन ने हिमाचल के विभिन्न विभागों में भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के अंतर्गत अनुबंध पर नियुक्त होने के बाद नियमित हुए कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता देने की मांग की है। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष मुनीष गर्ग और महासचिव अनिल सेन के अनुसार विभिन्न विभागों में अनुबंध पर नियुक्त हुए कर्मचारी लंबे समय से वरिष्ठता की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी यह मांग पूरी नही हो पाई है।अनुबंध से नियमित होने के बाद इन कर्मचारियों की अनुबंध काल की सेवा को उनके कुल सेवा काल में नही जोड़ा जा रहा है, जोकि सरासर गलत है। इन कर्मचारियों की मांग है कि उनको नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता प्रदान की जाए, ताकि उन्हें समय रहते प्रमोशन का लाभ मिल सके। अनुबंध काल की सेवा का वरिष्ठता लाभ न मिलने के कारण उनके जूनियर साथी सीनियर होते जा रहे हैं। हिमाचल अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुनीष गर्ग, प्रदेश महासचिव अनिल सेन, संरक्षक राजेश, सलाहकार राजेश वर्मा, वित्त सचिव विजय शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता संजय कुमार, उपाध्यक्ष अवतार कपूर, कुलदीप कुमार,प्रदीप कुमार, प्रेस सचिव प्रेम पाल पठानिया, राकेश चौहान, विजय सैनी, प्रदेश सहसचिव निर्माण सिंह, मनदीप चौधरी,आइटी सेल प्रमुख संदीप चंदेल, कुल्लू जिला इकाई के अध्यक्ष सोमेश डोगरा, हमीरपुर जिला अध्यक्ष डॉ सुरेश कुमार, ऊना जिला अध्यक्ष संजीव बग्गा, शिमला जिला अध्यक्ष मोहित शर्मा, बिलासपुर जिला अध्यक्ष नीरज शर्मा, मंडी जिला अध्यक्ष कृष्ण यादव, चंबा जिला अध्यक्ष राजेंदर पॉल, कांगड़ा जिला अध्यक्ष सुनील पराशर, सिरमौर जिलाध्यक्ष नरेश शर्मा ने सामूहिक बयान में कहा है कि संगठन के पदाधिकारी प्रदेश के कोने-कोने में वरिष्ठता की मांग को मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों के समक्ष प्रमुखता से उठा रहे है। बावजूद इसके पिछले लगभग ढाई सालों से सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे है और संगठन की प्रमुख मांगों की लगातार अनसुना किया जा रहा है। इससे प्रदेश के लगभग 60 हजार कर्मचारी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार कर्मचारियों को यह वरिष्ठता बिना किसी वित्तीय लाभ के चाहिए।

संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि कुछ अनुबंध कर्मचारी सात वर्ष के बाद नियमित हुए। कुछ छह वर्ष के बाद। कुछ पांच वर्ष के बाद और वर्तमान में तीन वर्ष के बाद नियमित हो रहे हैं और आने वाले समय में लगता है कि अनुबंध काल दो और कुछ वर्षों के बाद खत्म ही हो जाएगा। यह आठ वर्ष छह वर्ष पांच वर्ष और तीन वर्ष के बाद नियमित होने वाले कर्मचारियों के मौलिक और समानता के अधिकार का हनन है। उन्होने कहा कि संगठन प्रदेश सरकार से यह मांग करता है कि प्रदेश की विभिन्न विभागों में कार्यरत अनुबंध और अनुबंध से नियमित कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता प्रदान की जाए और उनके अनुबंध काल को कुल सेवाकाल में जोड़ने की मुख्यमंत्री जल्द घोषणा करें, ताकि समय रहते कर्मचारियों को लाभ मिल सके।

chat bot
आपका साथी