राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन में शोध व भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान विषय पर संगोष्ठी आज

केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन में शोध एवं भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान विषय पर आज संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। विश्‍वविद्यालय के परिसर सभागार में सुबह 11 बजे ये आयोजित होगी। इसमें भारतीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर मुख्य वक्ता रहेंगे।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 08:41 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 08:41 AM (IST)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन में शोध व भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान विषय पर संगोष्ठी आज
प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान विषय पर आज संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन में शोध एवं भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान विषय पर आज संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। विश्‍वविद्यालय के परिसर एक के सभागार में सुबह 11 बजे आयोजित होने वाली इस संगोष्ठी में भारतीय शिक्षण मंडल, नागपुर के अखिल भारतीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर मुख्य वक्ता रहेंगे।

वहीं उक्त संगोष्ठी की अध्यक्षता सीयू के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल करेंगे। संगोष्ठी में रिसर्च ऑफ रिसर्जन्स फाउंडेशन, नागपुर के सदस्य पंकज नाफड़े और भारतीय शिक्षण मंडल हिमाचल प्रांत के अध्यक्ष प्रो. कुलभूषण चंदेल भी बतौर वक्ता मौजूद रहेंगे। इस संगोष्ठी के संयोजक एवं नोडल अधिकारी डा. ओमप्रकाश प्रजापति के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 लाई गई है, देश को सक्षम, दक्ष, ज्ञानी, आत्मविश्वासी बनाने एवं भारतीय मानस को औपनिवेशिकता से मुक्त कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए कारगर होगी। जिसका रचनात्मक क्रियान्वयन ही हमें भविष्य में नए भारत के निर्माण के लिए आधारभूत शक्ति दे पाएगा। इसको ध्यान में रखते हुए उक्त राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

यह संगोष्ठी शोध की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति व भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान विषय पर आयोजित होने वाली यह संगोष्ठी अति महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे पहले भी केंद्रीय विवि में राष्ट्रीय स्तर की कार्यशालाएं व संगोष्ठियां राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर आयोजित होती रही हैं। जिनसे सकारात्मक पक्ष व मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।

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