जिला कांगड़ा में मौसम का दूसरा हिमपात, पर नाइट कर्फ्यू लगने से खतरे में पड़ा होटल व्‍यवसाय

जिला कांगड़ा में मौसम का दूसरा हिमपात भी पहाड़ पर हुआ है। भले ही बर्फबारी अभी तक पहाड़ों तक ही सीमित है पर पर्यटन को लेकर बड़े पंख अभी तक नहीं लग पाए हैं। रदेश में होटल व्यवासाय को खोलने के लिए सरकार द्वारा अनुमति प्रदान की गई थी।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:49 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 01:54 PM (IST)
जिला कांगड़ा में मौसम का दूसरा हिमपात, पर नाइट कर्फ्यू  लगने से खतरे में पड़ा होटल व्‍यवसाय
रात को कर्फ्यू लागू किए जाने के बाद खतरे में पड़ा होटल कारोबार।

धर्मशाला, जेएनएन। जिला कांगड़ा में मौसम का दूसरा हिमपात भी पहाड़ पर हुआ है। भले ही बर्फबारी अभी तक पहाड़ों तक ही सीमित है, पर पर्यटन को लेकर बड़े पंख अभी तक नहीं लग पाए हैं। कोरोना काल के दौरान जहां पर पहले होटल व्यवसाय पूरी तरह से ठप्प भी पड़ा रहा था तो इसके बाद प्रदेश में होटल व्यवासाय को खोलने के लिए सरकार द्वारा अनुमति प्रदान की गई थी।

इसके बाद धीरे-धीरे होटल व्यवसाय को कुछ पंख भी लगे और कुछ रोजगार के साधन होटल व्यवसायियों ही नहीं बल्कि स्थानीय दुकानदारों को भी मिले। पर अब एक बार फिर से हालात खराब होने लगे हैं। इसका कारण यह भी है कि रोहतांग में अटल टनल को देखने के लिए  पर्यटकों का रूख भी ज्यादा है तो अब यहां पर पयर्टकों की कमी भी सामने देखने में आ रही है। भले ही पहले होटल व्यवासायियों को होटल व्‍यवसाय खुलने से कुछ राहत मिली थी, पर अब एक बार फिर से सरकार के दिशा निर्दशों के बाद रात को कर्फ्यू लागू किए जाने के बाद उनकी स्‍थिति भी खराब होगी।

कुछ बातें होटल कारोबारियों के मन हैं कि सरकार भले ही कोरोना से बचाव को लेकर अपने कदम उठा रही है पर यह भी देखने वाली बात है कि अब वह करें तो क्या करें। कोरोना से पहले एनजीटी ने भी हाटल कारोबारियों का मर्ज बढ़ाया था । पर एक बार फिर से कोरोना की मार से होटल व्यवसाय प्रभावित हैं, जो कि अब किसी राहत के इंतजार में भी हैं।

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