कोविड संक्रमितों के रिश्तेदारों के लिए फरिश्ता बने सफाई कर्मचारी, जान की परवाह किए बगैर कर रहे दाह संस्‍कार

एक ओर जहां कोरोना संक्रमण का शिकार होने वालों के रिश्तेदार उनसे दूरी बना रहे हैं वहीं दूसरी ओर मनाली में स्वच्छता के प्रहरी (सफाई कर्मचारी) संक्रमण की परवाह किए बगैर इंसानियत की भूमिका निभाते हुए उनका दाह संस्कार कर रहे हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 02:05 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 02:05 PM (IST)
कोविड संक्रमितों के रिश्तेदारों के लिए फरिश्ता बने सफाई कर्मचारी, जान की परवाह किए बगैर कर रहे दाह संस्‍कार
कोरोना संक्रमण का शिकार होने वाले नौ लोगों का दाह संस्कार कर चुके हैं।

मनाली, जेएनएन। एक ओर जहां कोरोना संक्रमण का शिकार होने वालों के रिश्तेदार उनसे दूरी बना रहे हैं वहीं दूसरी ओर मनाली में स्वच्छता के प्रहरी (सफाई कर्मचारी) संक्रमण की परवाह किए बगैर इंसानियत की भूमिका निभाते हुए उनका दाह संस्कार कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इन नाजुक मोड़ में  यह सफाई कर्मचारी लोगों को इंसानियत का पाठ पढ़ाते हुए मिसाल पेश कर रहे हैं।

स्वच्छता के यह प्रहरी मनाली में अप्रैल से अब तक कोरोना संक्रमण का शिकार होने वाले नौ लोगों का दाह संस्कार कर चुके हैं। अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धा सफाईकर्मी कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार कराने में मृतकों के स्वजन की भूमिका निभा रहे हैं। पीपीई किट पहनकर सफाई कर्मचारी अंतिम संस्कार की औपचारिकता को पूरा कर रहे हैं। कोरोना की दूसरी विनाशकारी लहर से हर कोई प्रभावित हुआ है। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि कोरोना का नाम आने से जहां स्वजन भी कतरा रहे हैं, वहीं कोरोना योद्धाओं के रूप में नगर परिषद में कार्यरत सफाई कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना संक्रमण से पीड़ित मृतकों के अंतिम संस्कार करा दायित्व निभा रहे हैं।

इस संकट काल में इन अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं की हिम्मत को लोग सलाम कर रहे हैं। मौत के बाद से अर्थी बनाने और एंबुलेंस में रखकर श्मशान स्थल पहुंचाने तथा अंतिम संस्कार की तमाम औपचारिकता निभा मृतकों के स्वजनों का सहयोग कर  मृतक का संस्कार कर रहे हैं। नगरपरिषद ने कोरोना मृतकों के दाह संस्कार के लिए चार टीमें गठित की हुई है। पहली टीम में किरतपाल, सुरजीत, धर्म चंद, मुकेश, संजय व जितेंद्र जबकि दूसरी टीम में मखन, जोगिंद्रपाल, बंसी लाल, सुरेश व चरणजीत शामिल है।

तीसरी टीम में विनोद आनंद, विनोद कुमार, विक्रम, बॉबी, नितिन व अभिषेक तथा चौथी टीम में शनवीर, जय प्रकाश, तीर्थ राम, कृष्ण व अजित शामिल है। ये सभी मृतकों को अपने हाथों से किट पहनाकर दाहसंस्कार कर रहे हैं। इन कोरोना योद्धाओं ने बताया कि वह लोग पूरी किट पहनकर संस्कार करते हैं। उसके बाद श्मशान स्थल व सभी लोगों को सैनिटाइज करते हैं।

नगर परिषद मनाली के अध्‍यक्ष चमन कपूर ने कहा कि नगर परिषद की ओर से कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई है। मृतकों के स्वजन को कोई दिक्कत ना आए, इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा हैं। कोरोना संक्रमण से मौत हो जाने पर मृतक के घर के आसपास सैनिटाइज कराया जाता है। इस संकट के समय सरकार व प्रशासन की संवेदना व सहयोग पीड़ित परिवारों के साथ है। शहर की सफाई व्यवस्था से लेकर मृतकों के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी इन सफाई कर्मचारियों कंधे पर है।

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