सांडों की लड़ाई की चपेट में आई स्कूटी सवार महिला की मौत
उपमंडल बंगाणा के तहत सोलहसिंगी धार की चमयाड़ी पंचायत के गांव सरोह में स्कूटी सवार महिला सांडों की लड़ाई की चपेट में आने से ढांक से गिर गई जिससे उसकी मौत हो गई। महिला की पहचान 50 वर्षीय उर्मिला देवी पत्नी कश्मीर सिंह के रूप में हुई है।
बंगाणा, संवाद सहयोगी। उपमंडल बंगाणा के तहत सोलहसिंगी धार की चमयाड़ी पंचायत के गांव सरोह में स्कूटी सवार महिला सांडों की लड़ाई की चपेट में आने से ढांक से गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। महिला की पहचान 50 वर्षीय उर्मिला देवी पत्नी कश्मीर सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। इसकी पुष्टि एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने की है।
उर्मिला देवी बेटी की शादी के लिए खरीदारी करने बड़सर बाजार गई थी। वापस आते समय सरोह में दो सांड सड़क पर भिड़ रहे थे। अचानक स्कूटी सवार महिला उनकी चपेट में आ गई और स्कूटी स्किड होने से महिला ढांक से नीचे गिर गई। स्थानीय लोगों ने उसे बड़सर अस्पताल पहुंचाया। वहां उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। हादसेेे की सूचना मिलते ही बंगाणा थाना के एएसआइ नरेश कुमार पुलिस टीम के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। थाना प्रभारी प्रेम पाल शर्मा ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। महिला की मौत से गांव में दुख का माहौल है। लोगों ने मांग की है कि उन्हें बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले भी बैल के हमले में बुजुर्ग की जान चली गई थी।
हिंसक हो रहे बेसहारा पशु
हिमाचल प्रदेश में बेसहारा पशु हिंसक होने लगे हैैं। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर जिलों में लोगों पर हमले के मामले लगातार सामने आ रहे हैैं। इसमें कई लोगों को असमय जान गंवानी पड़ी। झुंडों में सड़क पर घूमते बेसहारा पशु हादसों का कारण भी बनते रहे हैैं। प्रदेश सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए पशुओं को टैग लगाने की योजना भी चलाई थी। लेकिन लोग टैग हटाकर पशुओं को बेसहारा छोड़ रहे हैैं। प्रदेश सरकार इस समस्या से निपटने के लिए गो अभयारण्य बनाने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए काम भी शुरू हो चुका है।