कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ सकती है इस साल की स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताएं

Himachal School Games कोरोना महामारी इस साल भी स्‍कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं पर भारी पड़ सकती है। बीते वर्ष भी स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं का संचालन कोविड-19 के कारण नहीं हो सका था। इस बार भी इन खेलकूद प्रतियोगिताओं पर बढ़ते कोरोना मामलों के कारण संकट के बाद मंडरा गए हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:24 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:24 AM (IST)
कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ सकती है इस साल की स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताएं
कोरोना महामारी इस साल भी स्‍कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं पर भारी पड़ सकती है।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी इस साल भी स्‍कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं पर भारी पड़ सकती है। बीते वर्ष भी स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं का संचालन कोविड-19 के कारण नहीं हो सका था। इस बार भी इन खेलकूद प्रतियोगिताओं पर बढ़ते कोरोना मामलों के कारण संकट के बाद मंडरा गए हैं। बताया जा रहा है कि हर वर्ष शिक्षा विभाग स्कूलों में खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित करवाता है। जून माह से खंड स्तर की स्पर्धाएं शुरू हो जाती थी, जिसके लिए मई माह में खेल कैलेंडर आदि प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाता रहा है। लेकिन इस बार भी पिछले वर्ष की तरह कोरोना ने पांव पसार रखे हैं।

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अभी तक खेल कैलेंडर ही जारी नहीं हो सका है। ब्लॉक स्तर में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को जिला स्तर के लिए चुना जाता है और जिलास्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी राज्य स्तर की स्पर्धा में भाग लेते रहे हैं और यहीं से खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय विकल्प व रास्ता बना है।

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खेलकूद प्रतियोगिताओं के न होने से खिलाड़ियों की फिटनेस में भी कमी आ रही है और नए खिलाड़ियों को भी मौका नहीं मिल पा रहा है। हालांकि खिलाड़ी अपने स्तर पर गली नुक्कड़ों या अन्य स्थानों पर अभ्यास कर रहे हैं। लेकिन प्रशिक्षक का उचित प्रशिक्षण न मिल पाने के कारण कहीं न कहीं उनकी कुशलता में कमी आ रही है। वहीं बढ़ते कोरोना मामलों के कारण आगामी स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताएं भी लटकने की संभावना बन गई है।

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