Mock Parliament : पालमपुर कालेज में रितिका ने निभाई प्रधानमंत्री की भूमिका

शहीद कैप्टन विक्रम बतरा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर के राजनीति विभाग की ओर से माक पार्लियामेंट का आयोजन प्राचार्य डा. प्रदीप कौंडल के दिशानिर्देश के अनुसार सहायक प्रवक्ता डा. शैलजा वासुदेवा के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उप प्राचार्य डा. अश्विनी पराशर ने शिरकत की ।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 08:45 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:45 AM (IST)
Mock Parliament : पालमपुर कालेज में रितिका ने निभाई प्रधानमंत्री की भूमिका
पालमपुर कालेज में माक पार्लियामेंट के दौरान विद्यार्थी। जागरण

पालमपुर, संवाद सहयोगी। Mock Parliament, शहीद कैप्टन विक्रम बतरा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर के राजनीति विभाग की ओर से माक पार्लियामेंट का आयोजन प्राचार्य डा. प्रदीप कौंडल के दिशानिर्देश के अनुसार सहायक प्रवक्ता डा. शैलजा वासुदेवा के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उप प्राचार्य डा. अश्विनी पराशर ने शिरकत की । इस आयोजन के तहत राजनीति विभाग के बीए द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राओं ने सक्रिय भूमिका निभाई।

संसद के अध्यक्ष के रूप में रुद पठानिया, महासचिव अविनाश, प्रधानमंत्री रितिका, खेल मंत्री अनिकेत, शिक्षा मंत्री श्वेता कौंडल, रक्षा मंत्री आरुषि, परिवहन मंत्री सकीना, रेल मंत्री एवं इस्पात मंत्री हिमांशी, गृह मंत्री प्रकृति, महिला एवं बाल विकास मंत्री दीक्षा , विदेश मंत्री साबिया, कानून एवं न्याय मंत्री पल्लवी, कृषि मंत्री सपना ने अपनी अपनी भूमिकाओं को सार्थक रूप से निभा कर श्रोताओं की सराहना अर्जित की। विपक्ष की भूमिका निशा, शिवानी, प्रिया, मीनाक्षी, पल्लवी, शबनम ,काजल ,अंशुल ,वैशाली, अमन, विशाल, अदिति ,अंजलि ,वैभव ने सफलतापूर्वक निभाई। शुभम कुमार टंकक की भूमिका में रहे। सौरभ कुमार और सौरभ दरबारी की भूमिका में सामने आए। मीडिया पर्सन की भूमिका मे सौम्या, रोहित ,खुशबू, समीर, साहिल , वैशाली, अभिषेक, निखिल और आर्यन प्रशंसनीय रहे। मुख्य अतिथि ने इस संपूर्ण कार्यक्रम की सफलतापूर्वक नियोजना के लिए कार्यक्रम संचालिका डा शैलजा वासुदेवा को बधाई दी तथा समस्त प्रतिभागियों की सफलतम भूमिकाओं के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की और सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्‍होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है।

संसद में नई शिक्षा नीति को लागू करने तो देश के सामने सिर उठाती देश विरोधी ताकतों के साथ-साथ विदेश नीति व युद्ध नीति पर भी चर्चा हुई। वहीं देश की मजबूती के लिए उत्पादन क्षमता को बढ़ाने व अन्य देशों से श्रेष्ठतम तकनीकों को हासिल करने पर भी इस मौके पर चर्चा हुई।

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