सतर्क रहें, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे
संवाद सहयोगी धर्मशाला अप्रैल महीने की शुरूआत के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी श
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : अप्रैल महीने की शुरूआत के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी शुरू हो गई हैं। वन विभाग के लिए ये राहत की बात है कि ये सभी घटनाएं ग्राउंड फायर की हैं, जिन पर वन विभाग ने काबू पा लिया है। वन वृत्त कार्यालय धर्मशाला की ओर से भी हरेक वन परिक्षेत्र अधिकारी को हिदायत जारी की गई है कि वह सतर्क रहें और सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचे, ताकि आगजनी की घटनाओं पर काबू पाया जा सके। उच्च अधिकारियों ने भी निर्देश दिए हैं कि वन परिक्षेत्र स्तर पर ही जनता का सहयोग लिए जाने के लिए उन्हें जागरूक किया जाए। 25009.36 हेक्टेयर क्षेत्र आगजनी के लिहाज से संवेदनशील
वन वृत्त कार्यालय धर्मशाला के तहत धर्मशाला, नूरपुर व पालमपुर वनमंडल आते हैं और इनमें करीब 1,53,046.961 हेक्टेयर वन क्षेत्र में से 25009.36 हेक्टेयर आगजनी की दृष्टि से संवेदनशील है। ऐसे में इन क्षेत्रों में ज्यादा नजर अधिकारियों की रहेगी। तीनों वनमंडलों में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए 241.88 किलोमीटर फायर लाइनिग की गई है। इसके अलावा 178 फॉरेस्ट वर्कर, 221 फॉरेस्ट गार्ड व 65 डिप्टी रेंजर को तैनात किया गया है। अधिकारियों व कर्मचारियों को सतर्क रहने की हिदायत
इस बार सर्दियों में कम बारिश होने और सूखा पड़ जाने के कारण 15 दिन पहले ही फायर सीजन घोषित कर दिया गया है। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को फायर सीजन में जंगलों और वन्य जीवों को बचाने के लिए हिदायत देने के साथ जनता का सहयोग लेने की अपील की है।
-प्रदीप ठाकुर, मुख्य अरण्यपाल वन वृत्त धर्मशाला। वन वृत्त कार्यालय में मुख्य नियंत्रण कक्ष
फायर सीजन के मद्देनजर वन वृत्त से लेकर वन परिक्षेत्र कार्यालयों तक नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। धर्मशाला वृत्त कार्यालय में मुख्य नियंत्रण कक्ष होगा। धर्मशाला, पालमपुर व नूरपुर कार्यालयों में वनमंडल स्तर, जबकि वन परिक्षेत्र कार्यालयों में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। वन वृत्त धर्मशाला में 103 बीट संवेदनशील
धर्मशाला वृत्त के तहत तीन वनमंडल धर्मशाला, पालमपुर व नूरपुर आते हैं। यहां 15 वन परिक्षेत्र हैं। यहां 209 बीटों में से 103 संवेदनशील हैं। अब तक दर्ज हुए ग्राउंड फायर के मामले
वन वृत्त कार्यालय धर्मशाला में अभी तक पांच से छह मामलों में आगजनी की घटनाओं की सूचना दर्ज हुई है, लेकिन यह अभी तक वन विभाग के लिए राहत भरी खबर इसलिए है, क्योंकि अभी तक की आगजनी की घटनाओं में सभी ग्राउंड फायर हैं।