नगरी के रवीश मृगेंद्रा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की किताब में दिया सहयोग

नगरी के सेवानिवृत वन अधिकारी के बेटे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवियों द्वारा लिखी गई किताब में अपना सहयोग देकर न केवल विश्व भर में हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है वहीं अंतरराष्ट्रीय कवियों में भी अपना नाम शुमार किया है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 11:18 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 11:18 AM (IST)
नगरी के रवीश मृगेंद्रा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की किताब में दिया सहयोग
रवीश मृगेंद्रा ने कवि होने के साथ पहाड़ी फीचर फिल्मों में भी नाम कमाया है।

नगरी, जागरण संवाददाता। नगरी के सेवानिवृत वन अधिकारी के बेटे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवियों द्वारा लिखी गई किताब में अपना सहयोग देकर न केवल विश्व भर में हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है, वहीं अंतरराष्ट्रीय कवियों में भी अपना नाम शुमार किया है। कवि होने के साथ उन्होंने पहाड़ी फीचर फिल्मों में भी नाम कमाया है।

नगरी के रवीश मृगेंद्रा ने ऑल ओवर वर्ल्ड पोएट्स की एक सांझा किताब में कॉंट्रिब्यूटिंग पोएट बनकर हिमाचल प्रदेश का नाम चमका दिया है

वर्ल्ड थ्रू पोएटिक सेंसिबिलिटी ए कॉन्ग्रिगेशिन ऑफ़ ग्लोबल पोएट्स बुक में कई देशों जैसे क्रोएशिया , मैसेडोनिया, बेल्ग्रेड, तुर्की , सर्बिया , साउथ अफ्रीका ,मॉन्टेंगरो, फिलीपींस, भारत आदि देशों के चुनिंदा 60 विद्वानों एवं कवियों की कविताएं शामिल की गईं हैं।

रवीश हिमालय संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रयासरत रहे है और उन्होंने डीडी नेशनल के लिए नोट्स ऑन गुलेर और सांझ पहाड़ी फीचर फिल्म में भी काम किया है। रवीश ने उनकी कलात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहन देने का श्रेय पिता भूपेंद्र शर्मा सेवानिवृत वन अधिकारी एवं माता स्वर्गीय कादंबरी देवी निरीक्षक, हिमाचल सरकार को दिया है। रवीश के भाई एवं क्षेत्र के समाजसेवी कार्तिक शर्मा ने उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं हैं। क्लेवर फॉक्स पब्लिशिंग हाउस द्वारा प्रकाशित किताब के एडिटर्स राजन लाल और श्रीकांत कुलश्रेष्ठ हैं एवं किताब अमेज़न साइट में  आनलाइन उपलब्ध है।

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