कर्म के बिना अधूरी है भक्ति : जय चंद
करतार मार्किट में चल रहे दस दिवसीय श्री गणेश उत्सव व श्रीमद भागवत कथा के दौरान कथा व्यास कुशल भारद्वाज ने कहा कि व्यक्ति किसी भी भाव से भगवान का स्मरण करे तो फल कभी व्यर्थ नहीं जाता।
संवाद सहयोगी, गगल : संत निरंकारी भवन घुरकड़ी में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें प्रचारक महात्मा जय चंद ने कहा कि कर्म के बिना भक्ति अधूरी है। किसी की एक छोटी सी गलती भी नजर आ जाए तो उसको न उछालें। निराकार के आगे अरदास करके उसको निराकार पर छोड़े परंतु अपने लिए जरूर अरदास करें कि हमें उसकी यह बात या उसकी यह हरकत पसंद नहीं आई। इस अवसर पर सत्संग में किशोरी लाल, दीना नाथ, करतार ¨सह, मदन लाल, प्रेस प्रवक्ता स्वरूप चंद व राजेश आदि मौजूद रहे।
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भगवान का स्मरण कभी व्यर्थ नहीं जाता
संवाद सूत्र, शाहपुर : करतार मार्केट में दस दिवसीय श्री गणेश उत्सव व श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कुशल भारद्वाज ने कहा कि व्यक्ति किसी भी भाव से भगवान का स्मरण करे तो फल कभी व्यर्थ नहीं जाता। जिस प्रकार खेत में पड़ा बीज समय आने आने पर अंकुरित होता है उसी तरह भागवत का श्रवण भी फलदायी होता है। इस मौके पर भंडारा भी लगाया। यह कथा 22 सितंबर को संपन्न होगी। गणेश उत्सव 23 को विसर्जन के साथ खत्म होगा। भंडारे में पूर्व मंत्री मेजर विजय ¨सह मनकोटिया ने भी भाग लिया। उन्होंने पत्नी सहित भगवान गणेशजी का पूजन किया।