श्री चामुंडा मंदिर में शादी के लिए होगा पंजीकरण

श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में अब शादी के लिए भी पंजीकरण होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 09:36 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 09:36 PM (IST)
श्री चामुंडा मंदिर में शादी के लिए होगा पंजीकरण
श्री चामुंडा मंदिर में शादी के लिए होगा पंजीकरण

संवाद सहयोगी, योल : श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में अब शादी के लिए भी पंजीकरण होगा। मंदिर न्यास शारदीय नवरात्र के शुभारंभ के साथ सात अक्टूबर से पंजीकरण शुरू करेगा। यह निर्णय मंदिर सहायक आयुक्त एवं एसडीएम धर्मशाला डा. हरीश गज्जू की अध्यक्षता में हुई मंदिर न्यास की बैठक में लिया गया। नवरात्र में पुलिस की एक रिजर्व व 15 होमगार्ड तैनात करने का भी फैसला लिया। इस बार 51 पंडित व संस्कृत महाविद्यालय के 15 प्रशिक्षु शास्त्री हवन यज्ञ व जाप के लिए नियुक्त किए हैं। मुख्य यजमान मुनीष सूद व सहायक यजमान जीत कुमार होंगे।

मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं को एसओपी के तहत मां के दर्शन करवाए जाएंगे। गर्भ गृह में किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। बाणगंगा में नहाने पर प्रतिबंध है। आठ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। खुले में लंगर लगाने की इजाजत नहीं होगी। लंगर भवन में मंदिर कर्मियों के लिए ही भोजन की व्यवस्था होगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ोई व आयुर्वेदिक अस्पताल चामुंडा में दवाओं की व्यवस्था की गई है। सफाई व शौचालयों का जिम्मा सुलभ शौचालय संगठन को सौंपा गया है।

इस मौके पर मंदिर प्रशासन के कनिष्ठ अभियंता सुरेश कुमार, सुरेंद्र दीक्षित, राकेश कुमार, न्यास के संसार मित्र, मुनीष सूद, कैलाश वालिया, हरिदत्त, जीत कुमार, हिमांशु अवस्थी, अनिल गौड़, परसराम व रामकृष्ण मौजूद रहे।

डीसी के आश्वासन पर न्यासियों ने बैठक में लिया हिस्सा

संवाद सहयोगी, योल : श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में शारदीय नवरात्र पर होने वाली बैठक से पहले सभी न्यास सदस्यों ने लंबित कार्यों को लेकर प्रशासन को घेरा। अनिल गौड़, मुनीष सूद, जीत व विनोद कुमार ने बताया कि छह वर्ष से शिव मंदिर व सात वर्ष से हिमानी चामुंडा का कार्य पूरा नहीं हुआ है। कई वर्षों से चामुंडा मंदिर बिना पुजारियों के चल रहा है। हालांकि सरकार ने तीन साल पहले पुजारियों की नियुक्ति करने की मंजूरी थी। कई वर्षो से यज्ञशाला व मां की रसोई का एस्टीमेट नहीं बनाया गया है। डेढ़ साल से जमीन रोपवे के नाम हो चुकी है लेकिन भी प्रोजेक्ट को लटकाया जा रहा है। एसडीएम हरीश गज्जू ने बताया कि न्यासियों ने इन मुद्दों को लेकर बैठक का बहिष्कार किया था। उपायुक्त ने फोन पर न्यासियों को आश्वासन दिया कि 15 दिन के भीतर अधिकतर समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा। इसके बाद न्यासियों ने बैठक में भाग लिया।

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