कोरोनाकाल में भी नशा पीड़ितों के उपचार को अागे आया रेडक्रास, नशा पीड़ितों की काउंसलिंग की जा रही

ज़िला रेडक्रॉस सोसायटी हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति एवं अल्पसंख्यक मामले विभाग के तत्वावधान में पठानकोट-मंडी मार्ग पर नूरपुर स्थित नागरिक चिकित्सालय के समीप निर्मित भवन में नशा निवारण केंद्र का संचालन कर रही है। इस केंद्र में 140 लोग इलाज के लिए पहुंचेे।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 04:28 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 04:43 PM (IST)
कोरोनाकाल में भी नशा पीड़ितों के उपचार को अागे आया रेडक्रास, नशा पीड़ितों की काउंसलिंग की जा रही
रेडक्रॉस सोसायटी नशे के दलदल में फंसे लोगों की काउंसलिंग में मदद कर रहा है।

धर्मशाला जेएनएन। ज़िला रेडक्रॉस सोसायटी हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्पसंख्यक मामले विभाग के तत्वावधान में पठानकोट-मंडी मार्ग पर नूरपुर स्थित नागरिक चिकित्सालय के समीप निर्मित भवन में नशा निवारण केंद्र का संचालन कर रही है। यह केंद्र नशे के दलदल में फंसे लोगों को काउंसलिंग की मदद से उन्हें नशे के चंगुल से बाहर निकालने में मदद कर रहा है। इस केंद्र में एक समय 15 लोगों के उपचार की सुविधा मौजूद है।

इन क्षेत्रों के लोग हो रहे लाभांवित

इस केंद्र में नूरपुर, इंदौरा, ज्वाली, कोटला, नगरोटा सूरियां आदि क्षेत्रों के अलावा चंबा तथा जनजातीय क्षेत्र भरमौर तथा सीमान्त राज्य पंजाब और जम्मू कश्मीर के लोग भी लाभांवित हो रहे हैं। यह नशा निवारण केंद्र जनवरी, 2017 में अारंभ हुआ था। अब तक इस केंद्र में 502 लोगों का उपचार किया जा चुका है। कोरोना काल के दौरान अप्रैल, 2020 से मई, 2021 तक इस केंद्र में 140 लोग इलाज के लिए पहुंचेे। इनमें 88 लोगों ने केंद्र में दाखि़ल होकर नशे से छुटकारा पाया और 52 लोगों ने इस केंद्र में नशा त्यागने के लिए परामर्श लिया। नशे का परित्याग कर चुके ये तमाम लोग आज सुखी जीवन बिता रहे हैं।

केंद्र में सुबह छह से रात दस बजे तक चलती हैं गतिविधियां

इस केंद्र में प्रातः छह बजे से रात 10 बजे तक चलने वाली गतिविधियों में योग, ध्यान, प्रार्थना के अतिरिक्त कई अन्य रचनात्मक गतिविधियों की सहायता से लोगों का उपचार किया जाता है। केंद्र में उपचाराधीन लोगों को निःशुल्क दवाइयॉं, सामूहिक काउंसलिंग, व्यक्तिगत काउंसलिंग तथा पारिवारिक काउंसलिंग उपलब्ध करवाई जाती है और उन्हें नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह केंद्र आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस केंद्र में भर्ती रोगियों के मनोरंजन के लिए टेलीविज़न, कैरम बोर्ड, चैस, समाचार पत्र-पत्रिकायें आदि मुहैया करवाई जाती हैं। केंद्र में परियोजना अधिकारी, काउंसिलर, फार्मासिस्ट, वार्ड बॉय, सुरक्षा गार्ड, कुक आदि अनुभवी स्टाफ कार्यरत तैनात हैं।

ज़िला रेडक्रॉस सोयायटी के सचिव ओपी शर्मा ने कहा कि नशे में पड़कर युवा युवा अपने मकसद से भटक रहे हैं। इससे उनके परिवार प्रभावित होते हैं जो गंभीर चिंता का विषय है।

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