धर्मशाला में राकेश पठानिया का दम, कांग्रेस के दुर्ग में इस तरह लगाई सेंध, सीएम के प्रचार का कैसा रहा असर, जानिए
Rakesh Pathania Dharamshala Nagar Nigam वन मंत्री राकेश पठानिया के दम पर भाजपा नगर निगम धर्मशाला के चुनाव में कांग्रेस के दुर्ग में सेंध लगाने में कामयाब रही है। भले ही टिकट आवंटन के बाद कुछ कार्यकर्ता बगावत पर उतर आए और उन्होंने आजाद ताल ठोक दी।
धर्मशाला, दिनेश कटोच। Rakesh Pathania Dharamshala Nagar Nigam, वन मंत्री राकेश पठानिया के दम पर भाजपा नगर निगम धर्मशाला के चुनाव में कांग्रेस के दुर्ग में सेंध लगाने में कामयाब रही है। भले ही टिकट आवंटन के बाद कुछ कार्यकर्ता बगावत पर उतर आए और उन्होंने आजाद ताल ठोक दी। लेकिन राकेश पठानिया ने बतौर प्रभारी अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाया और कामयाबी भी हासिल की। नगर निगम धर्मशाला में भाजपा आठ सीटों पर काबिज हुई है। पहले चुनाव में भाजपा के खाते में महज तीन ही सीटें आई थीं। लेकिन अब इनकी संख्या आठ हो गई है।
दूसरी ओर कांग्रेस इस दफा महज पांच सीटों पर ही सीमित हो गई है। कांग्रेस की लाज निवर्तमान महापौर देवेंद्र जग्गी, पूर्व महापौर रजनी, सविता कार्की व नीनू शर्मा ने बचाई है। हालांकि एक अदद सीट बढ़ाने में अनुराग का सहारा मिला है। भाजपा से छिटके कई कार्यकर्ता थे, जो आजाद रूप से चुनाव लड़े, इनमें सर्वचंद गलोटिया जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने पुराने वार्ड सिद्धपुर से चुनाव लड़ा और भाजपा व कांग्रेस के उम्मीदवारों को शिकस्त दी है।
दूसरी ओर बड़ोल वार्ड से कांग्रेस से टिकट न मिलने पर स्वर्णा ने आजाद चुनाव लड़ा और उन्होंने जीत दर्ज की है। इसके अलावा कांग्रेस से ही टिकट न लेकर आजाद चुनाव लडऩे वाली सुषमा कुमारी ने भी अपने ही दम पर जीत हासिल की है। नगर निगम धर्मशाला में वन मंत्री राकेश पठानिया भाजपा के चुनाव प्रभारी थे और उनकी मेहनत रंग लाई है। हालांकि सांसद किशन कपूर के गृह वार्ड खनियारा में भाजपा को कांग्रेस से हार का सामना करना पड़ा है। यहां पूर्व महापौर ने दोबारा जीत हासिल की है। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खनियारा में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया था, लेकिन हार ही मिली है।
भाजपा की बड़ी जीत : पठानिया
भाजपा प्रभारी नगर निगम धर्मशाला राकेश पठानिया का कहना है नगर निगम धर्मशाला में भाजपा की बड़ी जीत है। जनता ने भाजपा के पक्ष में मतदान कर साबित कर दिया है कि कांग्रेस समर्थित नगर निगम पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुई थी।