नूरपुर के सशक्त नेता के रूप में उभरे राकेश पठानिया, नगर परिषद के बाद बीडीसी में भी भाजपा काबिज

नगर परिषद के बाद बीडीसी नूरपुर में भी कमल खिलाने के बाद स्थानीय विधायक एवं वन मंत्री राकेश पठानिया क्षेत्र के सशक्त नेता के रूप में उभर कर सामने आए हैं। नूरपुर नगर परिषद में पहली बार कमल खिलाने में राकेश पठानिया कामयाब रहे।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 02:45 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 02:45 PM (IST)
नूरपुर के सशक्त नेता के रूप में उभरे राकेश पठानिया, नगर परिषद के बाद बीडीसी में भी भाजपा काबिज
नूरपुर नगर परिषद में पहली बार कमल खिलाने में राकेश पठानिया कामयाब रहे।

नूरपुर, प्रदीप शर्मा। नगर परिषद के बाद बीडीसी नूरपुर में भी कमल खिलाने के बाद स्थानीय विधायक एवं वन मंत्री राकेश पठानिया क्षेत्र के सशक्त नेता के रूप में उभर कर सामने आए हैं। नूरपुर नगर परिषद में पहली बार कमल खिलाने में राकेश पठानिया कामयाब रहे।

पिछले 50 से भी ज्यादा सालों से कांग्रेस का वर्चस्व रहा है लेकिन इस बार राकेश पठानिया ने नूरपुर नगर परिषद चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया व 9 में से 6 सीटों पर जीत दर्ज की, यही नहीं जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय महाजन को अपने पैतृक वार्ड दो में हार का सामना करना पड़ा।

आज बीडीसी के चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के चुनाव में भी भाजपा का प्रदर्शन सराहनीय रहा। नूरपुर बीडीसी के कुल 25 सदस्यों के से 22 सदस्य राकेश पठानिया के साथ खंड विकास कार्यक्रम पहुंचे। कांग्रेस का बीडीसी चुनाव में अब तक का यह सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। पहले बीडीसी चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के चुनाव में 19-21 का अंतर रहता था लेकिन इस बार बीडीसी चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के चुनाव में एकतरफा मुकाबला रहा व कोई भी कांग्रेस नेता खंड विकास कार्यालय नहीं पहुंचा। कुलमिलाकर कर नगर परिषद चुनाव के बाद बीडीसी चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर राकेश पठानिया एक सशक्त नेता के रूप में उभरे हैं।

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