धर्मशाला में योग गुरु बाबा राम देव के शिष्य रजनेश कुमार शर्मा ने किया 64 बार रक्तदान

योग दीक्षा के पंद्रह साल पूरे करने पर पंतजलि योग पीठ हरिद्वार के आजीवन सदस्य एवं योग शिक्षक रजनेश कुमार शर्मा ने 64वीं बार रक्तदान किया। उन्होंने इस विशेष अवसर पर पौधरोपण हवनयज्ञ गो सेवा भी की। 15 वर्षों के अनुभव में वो 185 शिविर लगा चुके हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 11:00 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 11:00 AM (IST)
धर्मशाला में योग गुरु बाबा राम देव के शिष्य रजनेश कुमार शर्मा ने किया 64 बार रक्तदान
योग शिक्षक रजनेश कुमार शर्मा ने 64वीं बार रक्तदान किया।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। योग दीक्षा के पंद्रह साल पूरे करने पर पंतजलि योग पीठ हरिद्वार के आजीवन सदस्य एवं योग शिक्षक रजनेश कुमार शर्मा ने 64वीं बार रक्तदान किया। उन्होंने इस विशेष अवसर पर पौधरोपण, हवनयज्ञ, गो सेवा भी की। रजनेश कुमार शर्मा ने 16 सितंबर 2006 को योग गुरु स्वामी रामदेव से योग शिक्षा ली थी। अपने इन 15 वर्षों के अनुभव में 531 योग शिविर व शिक्षा के क्षेत्र में 185 शिविर लगा चुके हैं।

वर्ष 2016 में दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हरियाणा फरीदाबाद में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। गुरु रामदेव से प्रेरणा पाकर उन्होंने अपनी शादी की 18वीं सालगिरह पर मार्च 2010 में अपनी धर्म पत्नी रमा शर्मा सहित देहदान करने का संकल्प भी लिया। अपने गुरु से प्रेरित होकर वह हर तीन महीने बाद रक्त दान करते हुए अब तक वह 64 बार रक्त दान करके नया कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं।

प्रकृति को हरा भरा करने के उद्देश्य से वह अब तक असंख्य पौधे लगा चुके हैं। रजनेश शर्मा ने कोरोना काल मे क्वारंटाइन सेंटर में कोरोना मरीजों को नियमित योग प्राणायाम करवा कर स्वस्थ करने में पूर्ण प्रयास करते रहे । अपने योगशिक्षा के पंद्रह साल पूरे करने पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने उन्हें दिव्य जीवन जीने का आशीर्वाद दिया। रजनेश कुमार शर्मा का कहना है कि वह जीवन पर्यंत योग सेवा करते रहेंगे। कोविड-19 महामारी के दौरान विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों में रजनेश शर्मा वहां रखे लोगों को योग सिखाया और उनमें जीवन के लिए प्रति उत्साह भरा व कोविड-19 से लड़ने केलिए हिम्मत दी। जीवन में कुछ भी मुश्किल नहीं होता, मेहनत से सब कुछ संभव है।

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