बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता, खेतों में खड़ी फसल खराब होने का डर, खरीद केंद्र में भी खुले में धान
Paddy Purchase Center कोरोना महामारी के दौर से निकलने की कोशिश कर रहा किसान अपनी फसल बेचने के लिए सरकारों से संघर्ष कर रहा है। अपनी ही फसल को बेचने के लिए सरकार के आगे गिड़गिड़ाना पड़ रहा है।
रमन कुमार, इंदौरा। Paddy Purchase Center, कोरोना महामारी के दौर से निकलने की कोशिश कर रहा किसान अपनी फसल बेचने के लिए सरकारों से संघर्ष कर रहा है। अपनी ही फसल को बेचने के लिए सरकार के आगे गिड़गिड़ाना पड़ रहा है। हिमाचल के किसान की जैसे तैसे धान की खरीद शुरू हुई थी कि अब मौसम ने करवट लेते हुए किसानों की मेहनत पर पानी फेरने का मन बना लिया है। इंदौरा के मंड क्षेत्र के त्यौड़ा में धान खरीद मंडी शुरू हुए अभी दो दिन ही हुए हैं कि किसान की मेहनत पर पानी फेरने का मन मौसम ने बना लिया है।
आसमान में छाए बादलों ने जैसे ही हल्की बारिश शुरू हुई किसानों के चेहरे पर चिंता की गहरी लकीरें खिंच गई। छह महीने की अथक मेहनत जब रंग लाने लगी तो आसमान से बरसी बारिश से किसानों के चेहरे मुरझाए दिखे। मंडी में हो रही ढीली खरीद के कारण किसानों में काफी रोष नजर आ रहा है।
किसानों के लाइन में खड़े ट्रैक्टर ट्रालियों को तरपाल से ढक दिया है। लेकिन अगर बारिश ज्यादा होती है तो खरीद तो बंद होगी ही वहीं खेत में खड़ी फसल को भी नुकसान होगा। हालांकि प्रशासन अपनी तरफ से किए गए प्रबंधों को काफी बता रहा है। लेकिन 15 तारीख के बुक हुए 23 स्लाट में से अभी फ़ूड कारपोरेशन आफ इंडिया पहले दिन के आधे किसानों का भी धान नहीं तोल पाया है। किसानों की माने तो उनकी खड़ी फसल खराब होने का डर उन्हें सता रहा है।
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