कुमलाड़ी के राहुल, चुवाड़ी के अक्षित बने सेना में लेफ्टिनेंट
भटियात क्षेत्र के कुमलाड़ी गांव निवासी राहुल थापा व उपमंडल चुवाड़ी के अक्षित पठानिया भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहुल ने नर्सरी से छठी कक्षा तक की पढ़ाई आर्मी स्कूल बकलोह से की।
बकलोह/चुवाड़ी, जेएनएन। भटियात क्षेत्र के कुमलाड़ी गांव निवासी राहुल थापा व उपमंडल चुवाड़ी के अक्षित पठानिया भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहुल ने नर्सरी से छठी कक्षा तक की पढ़ाई आर्मी स्कूल बकलोह से की। सातवीं से 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय बकलोह से करने के बाद डीएवी बनीखेत से प्रथम वर्ष की पढ़ाई के दौरान ही वह फौज में भर्ती हो गए।
बनारस के 13 गोरखा ट्रेनिग सेंटर में एक साल का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह अपनी यूनिट में चले गए। उन्होंने एसीसी का कमीशन पास कर लिया तथा वर्ष 2016 में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आइएमए देहरादून चले गए। पांच साल के प्रशिक्षण के बाद उन्हें शनिवार को लेफ्टिनेंट की उपाधि से नवाजा गया। इस कार्यक्रम में माता ज्योति थापा, पिता धीरन थापा व बहन जोत्सना थापा भी शामिल होना चाहते थे लेकिन कोरोना के कारण उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं मिली। स्वजन ने कहा कि उन्होंने पासिंग आउट परेड टेलीविजन पर देखी। राहुल के दादा व पिता सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। स्वजनों ने कहा कि उन्हें बेटे राहुल थापा पर गर्व है। वहीं, राहुल थापा ने कहा कि इस उपलब्धि का पूरा श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को है।
उधर, आइएमए देहरादून में पाङ्क्षसग आउट परेड में अक्षित पठानिया को लेफ्टिनेंट की उपाधि से नवाजा गया है। अक्षित ने दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई सेक्रेड हार्ट स्कूल डलहौजी से तथा 12वीं की पढ़ाई डीएवी चंडीगढ़ से पूरी की।
उन्होंने एसआरएम चेन्नई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की। इसके बाद उनका चयन आइएमए देहरादून के लिए हुआ। अक्षित के पिता अरुण पठानिया एनएच सर्कल शाहपुर में अधीक्षण अभियंता और माता सुधा केंद्रीय विद्यालय बनीखेत में अध्यापिका हैं। भाई संचित पठानिया भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट है। अरुण पठानिया सहित स्वजन ने अक्षित के लेफ्टिनेंट बनने पर खुशी जाहिर की है। अरुण पठानिया ने कहा कि बेटे ने जिस मुकाम को हासिल किया है, उसके लिए उन्हें नाज है। उन्होंने बेटे को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।