तिब्बतियों की गिरफ्तारी व सीपीसी के स्थापना दिवस के विरोध में प्रदर्शन

जागरण संवाददाता धर्मशाला चीन में कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना (सीपीसी) का 100वां स्थापना दिवस म

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 04:42 AM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 04:42 AM (IST)
तिब्बतियों की गिरफ्तारी व सीपीसी के 
स्थापना दिवस के विरोध में प्रदर्शन
तिब्बतियों की गिरफ्तारी व सीपीसी के स्थापना दिवस के विरोध में प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : चीन में कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना (सीपीसी) का 100वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है लेकिन भारत में रह रहे तिब्बती समुदाय के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह भी है कि चीन सरकार ने तिब्बत के नाग्चू राज्य से बहुत से तिब्बती समुदाय के लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों पर चीन ने आरोप लगाया है कि ये निर्वासित तिब्बतियों से संवाद करते थे।

तिब्बत के बहुत से स्थानीय स्त्रोतों एवं संवाद के माध्यमों पर चीन उच्चस्तरीय निगरानी कर रहा है। शोधार्थी सोनम तोपग्याल ने कहा है कि चीन लगातार तिब्बतियन कार्यालयों को नष्ट कर रहा है। इसके विरोध में वीरवार को मैक्लोडगंज में तिब्बती समुदाय के लोगों और विभिन्न संगठनों ने चीन और सीसीपी के खिलाफ प्रदर्शन किया और विरोध रैलियां निकालीं। निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिग ने भी सीपीसी के स्थापना दिवस का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि चीन सरकार बताए कि क्या वहां की जनता इस पार्टी की कार्यप्रणाली से एक फीसद भी खुश है। कहा कि जब जनता ही खुश नहीं है तो चीन और सीपीसी किस बात का खुशियां मना रहे हैं। तर्क दिया कि मंगोलिया, हांगकांग, तिब्बत और जो भी चीन का हिस्सा हैं, उन देशों की स्थितियां सभी को पता हैं। चीन विश्व का एकमात्र देश है जो सबसे ज्यादा पैसा आंतरिक व बाह्य सुरक्षा पर खर्च कर रहा है। बकौल सेरिंग, अगर चीन के लोग खुश हैं तो अपनी सरकार से मांग करें कि सीपीसी के स्थापना दिवस पर आयोजन होना चाहिए तो करें, लेकिन अभी तक चीन एवं सीपीसी अपने स्तर पर ही बेवजह खुशियां मना रहे हैं।

इस दौरान तिब्बती समुदाय के विद्यार्थियों ने मैक्लोडगंज चौक पर चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। शोधार्थी एवं तिब्बतियन एक्टिविस्ट सोनम तोपग्याल ने कहा कि जो पार्टी अपने देश के लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है, उसे स्थापना दिवस पर किसी भी तरह के आयोजन का अधिकार नहीं है। स्टूडेंट फार फ्री तिब्बत के निदेशक रिजिन ने कहा कि आज का दिन चीन के इतिहास का काला दिवस है। वीरवार सायं तिब्बतियन वूमेन एसोसिएशन ने अध्यक्ष तेजिन डोलमा के नेतृत्व में मैक्लोडगंज चौक से दलाईलामा मंदिर तक कैंडल मार्च निकाला।

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