धर्मशाला विस परिसर में जुटेंगे सभी राज्यों की विधानसभा के पीठासीन अधिकारी, नवंबर में चार दिन होगा सम्मेलन
Dharamshala Vidhan Sabha 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन को धर्मशाला में 15 से 18 नवंबर तक होगा। लोकसभा अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के चेयरमैन ओम बिड़ला ने इस सम्मेलन को करवाने की अनुमति दे दी है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Dharamshala Vidhan Sabha, 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन को धर्मशाला में 15 से 18 नवंबर तक होगा। लोकसभा अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के चेयरमैन ओम बिड़ला ने इस सम्मेलन को करवाने की अनुमति दे दी है। सम्मेलन में लोकसभा, राज्यसभा, सभी राज्य विधानसभाओं से 450 प्रतिभागी इस सम्मेलन में शामिल होंगे। विधानसभा के उपाध्यक्ष व प्रधान सचिव व सचिव भी भाग लेंगे। प्रत्येक राज्य की विधानसभाओं से चार प्रतिनिधि जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्षा, सचिव तथा एक वरिष्ठ अधिकारी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त लोकसभा व राज्य सभा सचिवालय के महा-सचिव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस सम्मेलन में भाग लेंग। सम्मेलन का शुभारंभ ओम बिड़ला 16 नवंबर को करेंगे।
हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा पहला सम्मेलन 15 व 16 सितंबर, 1921 को शिमला में आयोजित किया गया था। अब 82वें सम्मेलन को शताब्दी वर्ष 2021 में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में आयोजित किया जा रहा है। इसमें राज्यसभा के उप-सभापति, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मंत्री परिषद के सभी सदस्य, लोक सभा तथा राज्य सभा के महासचिव, विधानसभाओं के सचिव भी विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
पांगी भेजी 55 ईवीएम व वीवीपैट मशीनें
शिमला। मंडी लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए चंबा जिला के पांगी क्षेत्र के लिए 55 ईवीएम व 55 वीवीपैट मशीनों को भेज दिया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी पालरासु ने बताया कि 30 अक्टूबर को निर्धारित एक लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के दौरान मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान हेतु प्रेरित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्रों तक ईवीएम व अन्य चुनाव सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।