शिमला में VVIP मूवमेंट से लोगों को हुई परेशानी तो राष्ट्रपति ने जाहिर की नाराजगी, प्रशासन ने बदली व्यवस्था
President Himachal Visit राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के प्रवास पर हैं। शिमला में वीवीआइपी मूवमेंट से लोगों को काफी परेशानी हुई। लेकिन राष्ट्रपति तक जब यह सूचना पहुंची तो उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की।
शिमला, राज्य ब्यूरो। President Himachal Visit, राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के प्रवास पर हैं। शिमला में वीवीआइपी मूवमेंट से लोगों को काफी परेशानी हुई। लेकिन राष्ट्रपति तक जब यह सूचना पहुंची तो उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। इसके बाद प्रशासन ने व्यवस्था में बदलाव कर लोगों को राहत दी। दरअसल, मालरोड से जब राष्ट्रपति का काफिला गुजरना था तो प्रशासन की ओर से कारोबारियों को दुकानों के शटर डाउन करने के निर्देश दिए गए थे, वहीं आम लोगों को भी रिज पर आने की अनुमति नहीं थी।
इसकी जानकारी जब राष्ट्रपति को लगी तो उन्होंने लोगों को हो रही परेशानी पर नाराजगी जताते हुए प्रशासन को निर्देश दिए कि लोगों को परेशान न किया जाए। इसके बाद शुक्रवार शाम को जब राष्ट्रपति का काफिला गुजरा तो आम लोग रिज पर घूम रहे थे और दुकानें भी खुली रहीं। इसके बाद दुकानदारों सहित आम लोग भी खुश दिखे। प्रशासन ने देश के प्रथम नागरिक की सुरक्षा व सम्मान में यह व्यवस्था की हुई थी।
राष्ट्रपति के सम्मान में राजभवन में रात्रि भोज
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के सम्मान में शुक्रवार सायं राजभवन शिमला में सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रि भोज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश की प्रथम महिला सविता कोविन्द और उनकी पुत्री कुमारी स्वाती भी उपस्थित रहीं। इस मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमथ ने राष्ट्रपति का राजभवन पहुंचने पर स्वागत किया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने उ'च न्यायालय के न्यायधीशों का राष्ट्रपति से परिचय करवाया।
प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, केंद्रीय युवा सेवाएं एवं खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यगण और गण्यमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहे। भाषा, कला एवं संस्कृतिक विभाग के लोक सांस्कृतिक दलों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी। इनमें सिरमौरी नाटी और कांगड़ा का झमाकड़ा प्रस्तुत किए गए।