रेशम कीट पालन में भी हैं स्वरोजगार की संभावनाएं: प्रकाश राणा

विधायक प्रकाश राणा ने कहा कि रेशम कीट पालन में भी स्वरोजगार की संभावनाएं मौजूद हैं जिनका लोगों को लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जोगेंद्रनगर क्षेत्र में अन्य व्यवसाय के साथ रेशम कीट पालन भी किसानों की आर्थिकी को बल प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 05:40 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 05:56 PM (IST)
रेशम कीट पालन में भी हैं स्वरोजगार की संभावनाएं: प्रकाश राणा
रेशम कीट पालन में भी स्वरोजगार की संभावनाएं मौजूद हैं

जोगेंद्रनगर, राजेश शर्मा। जोगेंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा ने कहा कि रेशम कीट पालन में भी स्वरोजगार की संभावनाएं मौजूद हैं जिनका लोगों को लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जोगेंद्रनगर क्षेत्र में अन्य व्यवसाय के साथ रेशम कीट पालन भी किसानों की आर्थिकी को बल प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।

प्रकाश राणा आज रेशम कीट पालन पर उद्योग विभाग के रेशम अनुभाग के माध्यम से जोगेंद्रनगर के भराडू में आयोजित जागरूकता शिविर की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रेशम कीट पालन से जुडऩे के लिए किसान अपनी जमीन में शहतूत का पौधरोपण कर इसकी शुरूआत कर सकते हैं जिसके लिए सरकार संबंधित विभाग के माध्यम से सहायता प्रदान करती है। कोविड 19 के इस संकट भरे दौर में इस क्षेत्र के किसानों की आर्थिकी को बल प्रदान करने में रेशम कीट पालन सहायक सिद्ध हो सकता है।

उन्होंने ज्यादा से ज्यादा किसानों से रेशम कीट पालन से जुडऩे का आहवान किया। प्रकाश राणा ने कहा कि भराडू पंचायत की पेयजल समस्या को हल करने का पूरा प्रयास किया है। साथ ही यहां के विभिन्न विकास कार्यों को भी गति प्रदान की जा रही है। उन्होने भराडू पंचायत भवन के जीर्णोंद्धार के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।

इससे पहले रेशम निरीक्षक चौंतड़ा पवन कुमार ने विधायक प्रकाश राणा एवं उपस्थित किसानों का स्वागत करते हुए बताया कि वर्तमान में चौंतड़ा रेशम ब्लॉक में 300 रेशम कीट पालकों को इस व्यवसाय के साथ जोड़ा गया है तथाचौंतड़ा, ऐहजू तथा हटाण (लडभड़ोल) में तीन रेशम केंद्र कार्य कर रहे हैं। अनुसूचित जाति योजना के माध्यम से चौंतड़ा विकास खंड में रेशम कीट पालन को लेकर एक सौ किसानों का कलस्टर बनाया गया है जिसके माध्यम से किसानों को जहां शहतूत के पौधे रोपित करने को उपलब्ध करवाए हैं तो वहीं सामान्य योजना के तहत भी किसानों को जोड़ा जा रहा है।

उन्होंने बताया कि एक एकड़ जमीन पर रोपित शहतूत के पौधों से किसान 40 से 45 किलोग्राम हरा कोकून तैयार कर औसतन 10 से 12 हजार रूपये की आय प्राप्त कर सकते हैं। इस मौके पर स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान सीमा देवी, उप-प्रधान रमेश शास्त्री, ब्यूंह पंचायत प्रधान मदन कुमार भराडू पंचायत सदस्य मंजू देवी, सोनी देवी, मीना देवी, प्रीति ठाकुर, नेक राम, सुनील कुमार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय किसानों ने भाग लिया।

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