यहां 38 साल से एक ही परिवार के हाथ पंचायत की सरदारी, विकास के लिए दान कर दी बेशकीमती भूमि

Pragpur Jandour Panchayat ग्रामीण संसद के चुनाव के संपन्‍न होते ही कई पंचायतों के रोचक किस्से सामने आ रहे हैं। जनता ने जहां कई पंचायतों के मुखिया को पांच साल के बाद ही बदल कर खुद की सतर्कता और जागरूकता का प्रणाम दिया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 07:11 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 07:50 AM (IST)
यहां 38 साल से एक ही परिवार के हाथ पंचायत की सरदारी, विकास के लिए दान कर दी बेशकीमती भूमि
जंडौर का परिवार पिछले 38 साल से पंचायत का प्रतिनिधित्‍व कर रहा है।

ज्वालामुखी, प्रवीण कुमार शर्मा। ग्रामीण संसद के चुनाव के संपन्‍न होते ही कई पंचायतों के रोचक किस्से सामने आ रहे हैं। जनता ने जहां कई पंचायतों के मुखिया को पांच साल के बाद ही बदल कर खुद की सतर्कता और जागरूकता का प्रणाम दिया है। वहीं कुछ पंचायतें ऐसी भी है, जहां लोग अपने प्रतिनिधियों से इतने खुश हैं कि तीन-तीन दशक से उन्होंने अपने नेतृत्व के लिए किसी दूसरे का मुंह तक नहीं देखा। पंचायत के चुने हुए नुमाइंदों का भी दिल इतना बड़ा है कि क्षेत्र के विकास तथा जनता की स्मृद्धि के लिए अपनी बेशकीमती लाखों की जमीन भी विकास कार्यों के लिए दान कर दी। हम बात कर रहे हैं जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत जंडौर के उस परिवार की जो पिछले 38 साल से पंचायतवासियों के दिलो दिमाग में ऐसा बसा है, जहां के लोगों ने हर चुनाव में इनका दिल खोलकर साथ व समर्थन दिया है।

38 साल से आज दिन तक चुनी गई कि इस पंचायत में इस परिवार  का कोई न कोई सदस्य चुनता आ रहा है। इस पंचायत से प्रधान चुने गए सुरेश ठाकुर की माता श्रेष्ठा देवी 1982 से वर्ष  2000 तक पंचायत सदस्य के रूप में जनसेवा में लगी रहीं। वर्ष 2000 से 2005 तक पंचायत प्रधान, 2005 से 2010 तक दोबारा प्रधान  तथा 2015 से 2020 तक लगातार 15 साल तक पंचायत का नेतृत्व करने में कामयाब रहीं थीं। यही नहीं सुरेश ठाकुर के पिता रघुबीर सिंह भी 1995 से 2000 तक बतौर उप-प्रधान चुने गए थे।  जबकि सुरेश ठाकुर लगातार दूसरी बार प्रधान बने हैं।

उपलब्धि‍यां राजकीय बहुतकनीकी शिक्षण संस्थान के लिए भूमि उपलब्ध करवाई। 25 करोड़ से भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है पंचायत भवन के लिए भूमि उपलब्ध करवाकर भव्य पंचायत भवन का निर्माण किया। पशु औषधालय के लिए भूमि उपलब्ध करवाकर भवन निर्माण करवाया। कानूनगो कार्यालय जंडौर में स्वीकृत करवाना, भूमि उपलब्ध करवा कर 10 लाख रुपये स्वीकृत करवाना। 50 लाख से राजकीय रेशम केंद्र जंडौर  में स्वीकृत करवाना निर्माण कार्य प्रगति पर है जंडौर  से गूम्मी लिंक रोड पर 1 करोड़ 62 लाख से पुल स्वीकृत करवा कर जनता को समर्पित करवाना । राधास्वामी भवन जंडौर से लोअर महाला लिंक रोड के लिए 92 लाख स्वीकृत करवाना।

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