पानी से भरे खेत, कैसे निकालें आलू की फसल
बेमौसमी बारिश ने किसानों की सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
सुरेश कौशल, योल
बेमौसमी बारिश ने किसानों की सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया है। गेहूं ही नहीं बल्कि आलू की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है। बारिश का पानी खेतों में भरने से आलू की फसल सड़ने लगी है। अब किसानों को खेतों से आलू निकालना मुश्किल हो गया है। यदि कुछ दिन और बारिश होती रही तो फसल पूरी नष्ट हो जाएगी। जदरांगल, पठियार व मलां क्षेत्र में आलू की अधिक पैदावार होती है।
कुछ किसानों ने खेतों से आलू निकाल लिए हैं लेकिन अभी भी अधिकतर फसल खेतों में है। किसानों ने सरकार व प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग की है ताकि कुछ राहत मिल सके।
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बेमौसमी बारिश ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है। गेहूं की फसल तो खराब हो रही है लेकिन आलू की भी तबाह होने के कगार पर है। सरकार किसानों की सुध ले।
-इंदु देवी, प्रधान, पद्धर पंचायत
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जदरांगल, पद्धर व पठियार आलू बाहुल्य क्षेत्र हैं। यहां के किसानों की यह नकदी फसल है। यहां के आलू की अन्य राज्यों में अधिक मांग है लेकिन बारिश से फसल बर्बाद हो गई है।
-सोनू देवी
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आलू की फसल तैयार हो चुकी है। इसमें थोड़ा सा पानी लग जाए तो आलू जमीन में सड़ने लगते हैं। बारिश होने से खेत पानी से भर गए हैं और फसल तबाह होने के कगार पर है।
-सुरेंद्र कुमार, किसान
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इस बार बेमौसमी बारिश ने किसानों की नींद उड़ा दी है। गेहूं की कटाई व थ्रैसिंग की जा रही है। खेतों में पानी भरने से आलू, प्याज व लहसुन को निकालना मुश्किल हो गया है।
-सरोज कुमारी
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हर ब्लॉक में कृषि विभाग की टीम गठित की है, जो फसल के नुकसान का आकलन कर रही है। इसकी रिपोर्ट बनाकर जल्द सरकार को भेजी जाएगी।
-डा. पीसी सैनी, उपनिदेशक, कृषि विभाग पालमपुर