आलू उत्पादक परेशान, नहीं मिल रहा उचित दाम
कोरोना महामारी के कारण नगरोटा बगवां के किसानों को खरीदार नहीं मिल रहे हैं।
संवाद सूत्र, नगरोटा बगवां : कोरोना महामारी के कारण नगरोटा बगवां के किसानों को खरीदार न मिलने से आलू कम दाम पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इससे उन्हें काफी नुकसान हो रहा है।
मलां, अंबाड़ी, पठियार लाखामंडल, कबाड़ी, चाहड़ी, मुहालकड़ आदि पंचायतों के किसानों ने कहा कि उन्होंने ऋण लेकर 5100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इस बार आलू का बीज खरीदकर बिजाई की थी। समय पर बारिश न होने से कम उत्पादन हुआ है। जब आलू की फसल बेचने का समय आया तो कोरोना कर्फ्यू के कारण लगने से अन्य राज्यों से व्यापारी नहीं आए। इस कारण आलू की फसल डंप हो गई है। बाजार में आलू आठ से 10 रुपये किलो बिक रहा है। इससे उनका खर्च भी पूरा नहीं होगा। समय पर खरीदार नहीं मिले तो आलू की फसल घर में सड़ जाएगी। इससे किसान बैंक व सहकारी सभाओं के कर्जदार हो जाएंगे और रोजी रोटी चलाना मुश्किल हो जाएगा।
पंचायत उपरली मझेठली की प्रधान पुष्पा देवी व आलू उत्पादक संघ जिला कांगड़ा के समन्वयक प्रेम बलिहारी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि किसानों को 26 रुपये किलो के हिसाब से आलू का समर्थन मूल्य दिया जाए। इसके अलावा आलू को वैज्ञानिक तरीके से स्टोर करने की विधि विकसित की जाए। किसानों को पालीहाउस की तर्ज पर उपदान भी दिया जाए।