पंजाब से रोजाना सब्जी व फलों की गाड़ियों में लोड होकर पहुंच रहा पॉलीथीन, ढांगूपीर में लगे पॉलीथीन के ढेर
Polythene Supply सुबह ढांगूपीर स्थित पुरानी सब्जी मंडी मोहटली पुल सुरजपुर में लोगों द्वारा कचरा फेंका जाता है। उस कचरे में पॉलीथीन ही नजर आता है। मोहटली सुरजपुर ढांगूपीर डमटाल राजा खासा डाहकुलारा भप्पू इंदौरा नाममात्र औपचारिकता के कारण पॉलीथीन का प्रयोग बंद नहीं हो रहा है।
ढांगूपीर, दिनेश पंडित। वातावरण को प्रदूषित होते कोई नहीं देखता चाहता। सरकार अपनी और से वातावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए हर वर्ष लाखों रुपये खर्च करती है। कभी सेमिनार तो कभी जागरूकता रैलियां निकालने के लिए स्कूलों में प्रतियोगिताएं व कई कार्यक्रम करवाती है। लेकिन इसके बावजूद लोग पॉलीथीन का प्रयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं। सुबह ढांगूपीर स्थित पुरानी सब्जी मंडी मोहटली पुल सुरजपुर में लोगों द्वारा कचरा फेंका जाता है। उस कचरे में पॉलीथीन ही नजर आता है। सरकार पॉलीथीन का प्रयोग करने वाले दुकानदारों को हर बार जुर्माना करती है। लेकिन मोहटली सुरजपुर ढांगूपीर डमटाल राजा खासा डाहकुलारा भप्पू इंदौरा नाममात्र औपचारिकता के कारण पॉलीथीन का प्रयोग बंद नहीं हो रहा है।
इसी पॉलीथीन को स्थानीय ढांगूपीर के लोगों द्वारा चक्की दरिया में फेंका जा रहा है और भदरोआ में स्थित उद्योग मालिकों द्वारा जंगल में फेंका जाता है। जिसके कारण गर्मी के मौसम में आग लगने का खतरा बना रहता है। वातावरण को इस पॉलीथीन से नुकसान हो रहा है। मगर कोई भी संस्था इसके लिए आगे नहीं आ रही है अगर इसी प्रकार से पॉलीथीन का प्रयोग बंद न हुआ तो आने वाले दिनों में चक्की दरिया प्रदूषण की चपेट में आ जाएगी। जिससे जंगली जीव जंतुओं की जिंदगी ख़तरे में आ जाएगी।
पंजाब से हर रोज सब्जी फलों व करियाना की गाड़ियों में पॉलीथीन की खेप विकास खंड इंदौरा के अंतर्गत आते सभी गांवों में पहुंच रही है। हैरानी का विषय यह है कि पुलिस का नाका होने के बावजूद कई किलो पॉलीथीन तहसील इंदौरा के अंतर्गत आते गांव डमटाल मोहटली सूरजपुर ढांगूपीर भदरोआ मलोट डाहकुलारा भप्पू इंदौरा में धड़ल्ले से पहुंच रहा है, जिससे पर्यावरण को तो नुकसान हो रहा है वहीं पशु पक्षी भी पॉलीथीन का प्रयोग होने से बीमार हो रहे हैं।