सीएम के काफिले को रोकने के मामले में और छात्रों पर हो सकता है केस, मुख्यमंत्री का भी आया बयान
राजीव गांधी राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज पपरोला के मुख्य गेट के समीप बुधवार को मुख्यमंत्री के काफिले को रोकने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
बैजनाथ, जेएनएन। राजीव गांधी राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज पपरोला के मुख्य गेट के समीप बुधवार को मुख्यमंत्री के काफिले को रोकने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अभी तक फार्मेसी कॉलेज जोगेंद्रनगर की तीन छात्राओं व दो छात्रों के खिलाफ बैजनाथ थाने में केस दर्ज किया गया है। अब पुलिस कुछ और विद्यार्थियों पर भी केस दर्ज कर सकती है।
वीरवार को इस मामले में पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की है। इन विद्यार्थियों के खिलाफ पुलिस ड्यूटी में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। एक छात्र व छात्रा पर मुख्यमंत्री की गाड़ी को रोकने का आरोप भी लगाया गया है। बैजनाथ के डीएसपी पूर्ण चंद ठुकराल ने विद्यार्थियों पर पुलिस या सुरक्षा कर्मियों की ओर से किसी भी तरह से बल प्रयोग के आरोपों को गलत बताया है।
उन्होंने कहा कि जैसे ही सीएम का काफिला आयुर्वेदिक कॉलेज के गेट से बाहर पहुंचा तो सीएम की गाड़ी के आगे दो से तीन छात्र आ गए थे और वाहन रोकने का प्रयास किया था। इस दौरान सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें वहां से हटाया था। कहीं भी बल का प्रयोग नहीं किया गया था। उधर, बैजनाथ के पूर्व विधायक किशोरी लाल ने विद्यार्थियों के साथ हुई इस घटना की निंदा की है।
विद्यार्थियों को गाड़ी रोकने के लिए कुछ लोगों ने किया था प्रेरित : सीएम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि जोगेंद्रनगर फार्मेसी कॉलेज के विद्यार्थी उनसे मिलने आए थे। उन्होंने उनकी बात को अपने बच्चों की तरह सुना और समझा। बच्चों की पूरी बात सुनी गई, उसके बाद भी बच्चों को रास्ता रोकने के लिए कुछ लोगों ने प्रेरित किया था। सीएम ने कहा, समस्या के समाधान के लिए पांच-छह छात्रों को अलग से बैठक के लिए बुलाया भी था। सिरमौर जिले के शिलाई विधानसभा क्षेत्र की अशयाड़ी पंचायत के ङ्क्षटबी में जनमंच कार्यक्रम में लोगों को बदबूदार दाल खिलाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।