वन वृत्त धर्मशाला में इस बार 1921.8 हेक्टेयर भूमि में होगा पौधरोपण

वन वृत्त धर्मशाला में इस बार बरसात के मौसम में 1921.8 हेक्टेयर भूमि में पौधरोपण होगा। वृत्त के तहत आते तीनों वनमंडलों धर्मशाला नूरपुर व पालमपुर में से सबसे ज्यादा नूरपुर वनमंडल में 1104.0 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण किया जाएगा।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 03:04 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 03:04 PM (IST)
वन वृत्त धर्मशाला में इस बार 1921.8 हेक्टेयर भूमि में होगा पौधरोपण
वन वृत्त धर्मशाला में इस बार बरसात के मौसम में 1921.8 हेक्टेयर भूमि में पौधरोपण होगा।

धर्मशाला, जेएनएन। वन वृत्त धर्मशाला में इस बार बरसात के मौसम में 1921.8 हेक्टेयर भूमि में पौधरोपण होगा। वृत्त के तहत आते तीनों वनमंडलों धर्मशाला, नूरपुर व पालमपुर में से सबसे ज्यादा नूरपुर वनमंडल में 1104.0 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण किया जाएगा। जबकि सबसे कम पालमपुर वनमंडल के तहत 265.3 हेक्टेयर में। वहीं धर्मशाला वनमंडल के तहत 552.5 हेक्टेयर में पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। वन वृत्त के तहत आती 47 नर्सियों के माध्यम से 16 लाख, 72 हजार, 436 प्लांट रोपे जाने के लिए तैयार किए गए हैं।

इन प्लांट में फलदार व छायादार प्रजाति के पौधों में पीपल, बगरद, धम्मड़, कैंथ, सहित अन्य प्रजाति के पौधे हैं जबकि औषधीय पौधों में हरड़ बेहड़ा, आवंला, अर्जुन सहित अन्य प्रजाति के पौधे हैं। सबसे बड़ी विशेषता इस बार के पौधरोपण के तहत यह है कि वन विभाग सबसे ज्यादा आक्सीजन देने वाले पौधों पीपल व बरगद के पौधे भी लोगों को मांग अनुसार उपलब्ध करवाएगा। इसके लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी या फिर नर्सरी अधिकारी से एप्लीकेशन के माध्यम से उक्त पौधे प्राप्त किए जा सकते हैं। हालांकि पौधरोपण कार्यक्रम जुलाई माह में विभाग की ओर से शुरू किया जाएगा।

उधर, वन विभाग के वनमंडल धर्मशाला के डीएफओ संजीव शर्मा के मुताबिक इस बार वन वृत्त में विभाग ने 1921.8 हेक्टेयर भूमि में पौधरोपण का लक्ष्य रखा है। जिसमें धर्मशाला वनमंडल में 552.5 हेक्टेयर में पौधरोपण शामिल है। पौधरोपण को लेकर नर्सरियों में पौधे तैयार हैं और जल्द ही पौधरोपण कार्यक्रम शुरू होगा। वहीं लोगों की मांग पर पीपल व बरगद के पौधे भी निशुल्क मुहैया करवाए जाएंगे। जिसके लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी या फिर नर्सरी अधिकारी को एप्लीकेशन के माध्यम से पौधे प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वह जो भी पौधे रोपे उनकी सुरक्षा की भी जिम्मेवारी उठाएं, ताकि पौधे मरे न और पर्यावरण संरक्षण को बल मिले।

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