ज्‍वालामुखी माता के द्वार पर पहुंच रहे श्रद्धालु, कपाट बंद होने से बिना दर्शन किए निराश होकर लौट रहे

Jawalamukhi Mata Temple विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीज्वालामुखी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण प्रदेश सरकार ने यह निर्णय जनहित में लिया है और उसका प्रशासन पूरी ईमानदारी से पालना कर रहा है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:32 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:32 AM (IST)
ज्‍वालामुखी माता के द्वार पर पहुंच रहे श्रद्धालु, कपाट बंद होने से बिना दर्शन किए निराश होकर लौट रहे
विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीज्वालामुखी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए हैं।

ज्वालामुखी, संवाद सहयोगी। Jawalamukhi Mata Temple, विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीज्वालामुखी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण प्रदेश सरकार ने यह निर्णय जनहित में लिया है और उसका प्रशासन पूरी ईमानदारी से पालना कर रहा है। लेकिन इंटरनेट मीडिया पर मंदिरों के खुल जाने की खबरें वायरल हो जाने के बाद कई श्रद्धालु अपने परिवार सहित यहां मंदिर के बाहर पहुंच रहे हैं और मंदिरों के दरवाजे बंद पाए जाने पर माता की पौड़ी पर ही माथा टेक कर खाली हाथ वापस लौट रहे हैं।

यहां पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों से पूछ रहे हैं कि मंदिर कब खुलेंगे सोशल मीडिया पर मंदिरों के खुल जाने की खबरें आ रही है। ऐसे में मंदिर क्यों नहीं खोले जा रहे हैं। जबकि पूरे प्रदेश में पर्यटकों का आना-जाना शुरू हो गया है। ऐसे में सुरक्षा कर्मचारी उन्हें तसल्ली दे रहे हैं कि जब प्रदेश सरकार के दिशा निर्देश आ जाएंगे तो मंदिर खोल दिए जाएंगे। हालांकि यहां पर आ रहे लोग बड़ी दूर से आ रहे हैं और उनको घोर निराशा हाथ लग रही है क्योंकि इतनी दूर से वे परिवार सहित यहां पर आने के बाद भी माता के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं और उन्हें खाली हाथ बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।

यह बोले पुजारी

ज्वालामुखी मंदिर के पुजारी  शैलेंद्र कुमार, गौरव शर्मा, उदय शंकर, संदीप कुमार, विनय कुमार आदि ने बताया कि पुरातत्व विभाग ने अपने अधीन सभी मंदिरों को खोलने के निर्देश जारी कर दिए हैं और उन पर तामील हो रही है इसके अलावा जिला कुल्लू के भी कुछ मंदिर खोले जा रहे हैं ऐसे में प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश के शक्ति पीठों को भी पूर्व की तरह ही सोशल डिस्टेंस के तहत श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने के लिए जारी की जाने वाली एसओपी के तहत खोलने की व्यवस्था करवाएं ताकि मंदिरों से जुड़े लोगों को राहत मिल सके बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को माता रानी के दर्शन हो सके पुजारी वर्ग और दुकानदार वर्ग जो पिछले कई माह से हताश और निराश होकर बैठा है उन्हें कुछ हद तक राहत मिल सके।

यह बोले व्यापार मंडल के अध्यक्ष

व्यापार मंडल ज्वालामुखी के अध्यक्ष अनीश सूद ने कहा कि शीघ्र ही मंदिरों को खोला जाए सरकार जनहित में शीघ्र निर्णय लें और एक एसओपी जारी करके पूर्व की तरह इस बार भी यात्रियों के लिए मंदिरों को खोल दिया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।

नगर परिषद अध्यक्ष ने यह कहा

नगर परिषद ज्वालामुखी के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि नगर परिषद को भी लाखों रुपए का नुकसान मंदिरों के बंद होने की वजह से हो रहा है श्रद्धालु ना आने की वजह से उनके कार पार्किंग बस अड्डे सब खाली रह रहे हैं और ठेकेदार उनको ठेके पर नहीं ले रहे हैं। जिससे नगर परिषद का विकास भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है इसलिए सरकार जनहित में तुरंत मंदिरों को खोलने का फैसला लें ताकि लोगों को राहत मिल सके दुकानदारों को राहत मिल सके और लोगों का जीवन एक बार फिर से पटरी पर आना शुरू हो जाए।

समाजसेवियों ने यह कहा

समाजसेवी राम स्वरूप शर्मा, कुलदीप शर्मा, जोगिंदर कौशल, बाबू राम शर्मा, देसराज अत्रि, प्रकाश राणा आदि ने कहा कि लोग अपने घरों से पर्यटक स्थलों को आ रहे हैं और मंदिरों के बाहर खड़े होकर मंदिर खोलने के लिए आग्रह कर रहे हैं जब पर्यटन स्थल खोल दिए हैं प्रदेश के बॉर्डर खोल दिए गए हैं तो अब मंदिरों को भी एक नीति के तहत खोलने की व्यवस्था की जाए।

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