सड़क का काम शुरू नहीं हुआ तो बंद करेंगे पेयजल योजनाएं
धारकंडी क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि पांच अक्टूबर तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो पेयजल योजनाएं बंद कर देंगे।
5 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम जिला प्रशासन को दिया
8 अक्टूबर को प्रदेश सरकार की शव यात्रा निकालकर शुरू करेंगे आमरण अनशन
12 अगस्त को धारकंडी के लोगों ने बरनेट-घेरा सड़क के निर्माण के लिए शुरू किया था आंदोलन
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : जिला परिषद सदस्य जोगिद्र सिंह पंकू के नेतृत्व में धारकंडी के लोगों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बरनेट-घेरा सड़क का निर्माण व चड़ी-घेरा सड़क की मरम्मत करने की मांग उठाई है। ज्ञापन में अल्टीमेटम दिया है कि पांच अक्टूबर तक बरनेट-घेरा सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो छह को क्षेत्र के लोग धारकंडी से आने वाली सभी पेयजल योजनाओं को बंद कर देंगे। साथ ही आठ अक्टूबर को प्रदेश सरकार की शव यात्रा निकालकर आमरण अनशन शुरू कर देंगे।
जिला परिषद सदस्य ने बताया कि 12 अगस्त को धारकंडी क्षेत्र के लोगों ने बरनेट-घेरा सड़क के निर्माण की मांग के समर्थन में आंदोलन शुरू किया था। इस दौरान सामूहिक मुंडन उपायुक्त कार्यालय परिसर में किया गया था। 16 अगस्त को जिला प्रशासन ने 15 दिन के भीतर कार्य शुरू करने की बात कही थी। आंदोलन समाप्त हुए 45 दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक सड़क निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है। अब दोबारा लोगों के साथ जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सड़क का निर्माण करवाने की मांग उठाई है।
सड़क न होने से पांच हजार आबादी झेल रही दिक्कत
12 जुलाई को हुई बारिश से कैंट नाला के पास 100 मीटर सड़क बहने से खड़ीबेही, रावा, भत्तला, करेरी समेत अन्य गांवों का संपर्क कट गया है। इस कारण पांच हजार के करीब आबादी को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। कई बार प्रशासन के समक्ष मांग उठा चुके हैं, लेकिन जब बात नहीं बनी तो आंदोलन का सहारा लेना पड़ा था। 12 अगस्त को आंदोलन शुरू हुआ। 16 अगस्त को 190 लोगों ने सामूहिक मुंडन करवाया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि शीघ्र सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसके बाद लोग दोबारा से उपायुक्त से मिले थे। उन्होंने सड़क का निर्माण करवाने का आश्वासन दिया था। समस्या हल न होने पर अब लोगों ने पेयजल योजनाओं को बंद करने का निर्णय लिया है।