लॉकडाउन में खानपान ने बिगाड़ा लोगों का स्वास्थ्य, इस तरह करें देखभाल
लॉकडाउन में लोगों ने घर पर रहकर खाने-पीने की आदतें बिगाड़ दी। तेल व रिफाइंड युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से कोलेस्ट्रॉल ब्लड प्रेशर (बीपी) व शुगर ने लोगों को जकड़ लिया है। इससे मरीजों के हृदय पर अधिक बोझ पड़ा है।
रामेश्वरी ठाकुर, शिमला। लॉकडाउन में लोगों ने घर पर रहकर खाने-पीने की आदतें बिगाड़ दी। तेल व रिफाइंड युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर (बीपी) व शुगर ने लोगों को जकड़ लिया है। इससे मरीजों के हृदय पर अधिक बोझ पड़ा है। करीब 20 से 30 फीसद लोगों का स्वास्थ्य बिगाड़ा है। अनलॉक के विभिन्न चरण शुरू होने के बाद भी इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में ऐसी बीमारियों से ग्रसित मरीज नियमित जांच के लिए पहुंच रहे हैं। आइजीएमसी शिमला के कार्डियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. राजीव मरवाह ने दी।
उनका कहना है कि लॉकडाउन में लोगों ने खानपान पर ध्यान देने के बजाय लापरवाही बरती। इंटरनेट से रैसिपी देखकर बनाते रहे और सेवन करते रहे। जो लोग पहले से बीपी, शुगर व कोलेस्ट्रॉल से ग्रसित थे। उनमें और अधिक बढ़ गया है। जिसे संतुलित करना मुश्किल हो गया है। मई से अब तक रोजाना ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। खराब लाइफ स्टाइल, तनाव व व्यायाम न करना हृदय रोग की मुख्य वजह है। आइजीएमसी पहुंचे मरीजों ने माना कि लॉकडाउन के दौरान घर पर खानपान में गड़बड़ हुई है। संतुलित आहार की जगह तेलयुक्त और जंक फूड को तरजीह दी है।
बीपी व शुगर के मरीजों को कोरोना का खतरा
बीपी व शुगर रोग से ग्रसित मरीजों को कोरोना संक्रमण का अधिक खतरा है। क्योंकि ऐसे मरीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इन रोगों से बचाव के लिए घर पर बना संतुलित आहार का सेवन करें, रोजाना सैर करें, तेलयुक्त पदार्थों, मीठी व खट्टी चीजों से परहेज करें।