लोगों को समझना होगा कि कोरोना काल में नियम इसलिए सख्त किए गए हैं ताकि उनका जीवन सुरक्षित हो
अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों पर नजर रखें और उन्हें घर पर ही रहने के लिए कहें। लोग जितने अधिक सतर्क होंगे घर से बाहर कम से कम आवाजाही होगी तो महामारी के संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है।
कांगड़ा, जेएनएन। अपनी सुरक्षा के लिए हिमाचल प्रदेश के भी प्रत्येक व्यक्ति को खुद जिम्मेदार बनना होगा। लापरवाही किसी भी स्तर पर सही नहीं है। सरकार नियम भी लोगों की सुरक्षा के लिए बनाती है। इन्हें मानना हर व्यक्ति का दायित्व है। वैश्विक महामारी के इस दौर में लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सरकार ने कई हिदायतें जारी की हैं। कोरोना कर्फ्यू के दौरान लोगों की सुविधा के लिए कई रियायतें भी दी हैं, लेकिन कुछ लोग आदत से मजबूर होते हैं जो नियमों की अवहेलना करते हैं। महामारी से बचने के लिए मास्क पहनना जरूरी है, लेकिन कई लोग नहीं मान रहे हैं। 24 घंटे में प्रदेशभर में बिना मास्क 533 चालान किए गए, जबकि 3.88 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है। सबसे अधिक चालान कांगड़ा जिला में हुए हैं। वाहनों के चालान अलग किए गए हैं।
लोगों को समझना होगा कि पुलिस की सख्ती राजस्व जुटाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को महामारी से दूर रखने के लिए है। यदि किसी को घर से बाहर निकलना भी पड़ रहा है तो मास्क तो पहनना ही चाहिए। ऐसा नहीं है कि कर्फ्यू के दौरान बाहर नहीं जा सकते हैं। यदि आपात स्थिति है तो कहीं भी आ जा सकते हैं। पुलिस ने बिना वजह घूम रहे युवकों की एक सप्ताह पर नाके पर ड्यूटी लगाकर उन लोगों को संदेश देने का प्रयास किया है जो बिना वजह बाहर निकल रहे हैं। सरकार का यह फैसला भी सही है कि जो व्यक्ति दोबारा बिना मास्क पकड़ा जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अभी तक इस तरह की कार्रवाई सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिस को ऐसे लोगों को अवश्य पकड़ना चाहिए।
यह भी देखा गया है कि कई लोग कर्फ्यू में ढील के दौरान भी बाजार में घूम रहे हैं, यह भी सही नहीं है। ऐसे लोगों में युवा अधिक हैं। अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों पर नजर रखें और उन्हें घर पर ही रहने के लिए कहें। लोग जितने अधिक सतर्क होंगे, घर से बाहर कम से कम आवाजाही होगी तो महामारी के संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है। उम्मीद की जानी चाहिए कि सभी लोग सरकार की हिदायतों को समझेंगे और किसी तरह की अवहेलना नहीं करेंगे।