बिना ठहराव किस काम की एक्सप्रेस ट्रेन

रक्षपाल धीमान नगरोटा सूरियां पठानकोट-जोगेंद्रनगर ट्रैक पर तेज रफ्तार से सफर के लिए एक्सप्रेस ट्रेन सोमवार से शुरू की गई है। अभी तक यह रेलगाड़ी बैजनाथ तक ही जा रही है। रेल सेवा शुरू होने से यात्रियों में खुशी तो है लेकिन एक्सप्रेस के ठहराव कम होने से रोष भी है। लोगों का तर्क है कि जब ट्रेन उचित ठहराव पर रुकेगी ही नहीं तो तेज रफ्तार का उन्हें क्या लाभ होगा। एक्सप्रेस ट्रेन सुबह आठ बजे पठानकोट से चलकर 10 बजे बैजनाथ पहुंच रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 04:02 AM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 04:02 AM (IST)
बिना ठहराव किस काम की एक्सप्रेस ट्रेन
बिना ठहराव किस काम की एक्सप्रेस ट्रेन

रक्षपाल धीमान, नगरोटा सूरियां

पठानकोट-जोगेंद्रनगर ट्रैक पर तेज रफ्तार से सफर के लिए एक्सप्रेस ट्रेन सोमवार से शुरू की गई है। अभी तक यह रेलगाड़ी बैजनाथ तक ही जा रही है। रेल सेवा शुरू होने से यात्रियों में खुशी तो है, लेकिन एक्सप्रेस के ठहराव कम होने से रोष भी है। लोगों का तर्क है कि जब ट्रेन उचित ठहराव पर रुकेगी ही नहीं तो तेज रफ्तार का उन्हें क्या लाभ होगा। एक्सप्रेस ट्रेन सुबह आठ बजे पठानकोट से चलकर 10 बजे बैजनाथ पहुंच रही है।

रेलवे विभाग ने 27 सिगल व डबल स्टेशन एवं ठहराव बनाए हैं। इनमें मुख्य रूप से डलहौजी रोड, कंडवाल, तलाड़ा, बेल्ले द पीर लारथ, भरमाड़, जमावला शहर, हरसर, नगरोटा सूरियां, बरियाल, नंदपुर भटोली, गुलेर, लुणसु, त्रिपल, ज्वालामुखी रोड, कोपरलाहड़, कांगड़ा, कांगड़ा मंदिर, नगरोटा बगवां, चामुंडा, पंचरुखी, मारंडा, पपरोला, बैजनाथ व जोगेंद्रनगर शामिल हैं। हैरानी की बात यह है कि एक्सप्रेस ट्रेन पठानकोट से बैजनाथ तक सिर्फ छह स्टेशनों में रुक रही है और इनमें जमावाला शहर, नगरोटा सूरियां, ज्वालामुखी रोड, कांगड़ा, पालमपुर व बैजनाथ शामिल है। लोग सभी स्टेशनों पर रेलगाड़ी रोकने की पैरवी कर रहे हैं।

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जब तक सभी रेलगाड़ियां बहाल नहीं होतीं तब तक कांगड़ा घाटी के लोगों को कोई भी फायदा नहीं मिलेगा। एक्सप्रेस ट्रेन का लाभ भी सभी को मिलना चाहिए।

-कृष्ण गोपाल।

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रेलगाड़ियों की समयसारिणी सुविधाजनक नहीं है। पठानकोट से दोपहर एक बजे के बाद कोई भी ट्रेन न होने से तीन गुना अधिक किराया देकर बस से लौटना पड़ रहा है।

-अश्विनी गुलेरिया।

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सभी रेलगाड़ियां बहाल करने में अगर विभाग को दिक्कत आ रही तो शाम पांच बजे पठानकोट से ज्वालामुखी रोड तक चलने वाली जेपी पैसेंजर ट्रेन बहाल की जाए।

-सतीश मेहरा।

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पुरानी समयसारिणी बहाल की जाए। नई समयसारिणी के अनुसार लोगों को कोई भी फायदा नहीं हो रहा है। रेलवे विभाग को इस दिशा में कदम उठाना चाहिए।

-रूमेल गुलेरिया

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सभी ट्रेनों की मेंटेनेंस करवा दी गई है। शेष रहती तीन ट्रेनें भी अगले कुछ दिन के भीतर ट्रैक पर दौड़ना शुरू हो जाएंगी। लोगों की मांग पर विचार करने के बाद एक्सप्रेस ट्रेन के स्टेशनों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

-अश्विनी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक, पठानकोट।

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रेल सेवा पूर्ण रूप से बहाल न होने तक जारी रहेगा संघर्ष

नवभारत एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी विश्वकर्मा ने कहा है कि रेल सेवा पूर्ण रूप से बहाल न होने तक संघर्ष जारी रहेगा। साथ ही दिसंबर में रेल भवन दिल्ली में प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। बकौल विश्वकर्मा, यह दुखद है कि कांगड़ा घाटी रेल सेवा विश्वसनीय नहीं रही है। कहा कि नवंबर अंत तक सभी ट्रेन बहाल नहीं की तो दिल्ली में संसद भवन के बाहर भी विरोध दर्ज कराया जाएगा।

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