रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत कर करें कोरोना संक्रमण से बचाव, यह आयुर्वेद पद्धति काफी हद तक कारगर, पढ़ें खबर
Himachal Coronavirus Update देश सहित पूरा प्रदेश कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है। कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने का उपाय इम्यूनिटी को बनाए रखना और स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन करना है। यह कहना है आयुर्वेदिक डा. सुमेश कटोच का।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Coronavirus Update, देश सहित पूरा प्रदेश कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है। कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने का उपाय इम्यूनिटी को बनाए रखना और स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन करना है। यह कहना है आयुर्वेदिक डा. सुमेश कटोच का। उन्होंने बताया कोरोना वायु में मौजूद ड्रापलेट संक्रमण है, जो मरीज के फेफड़े को प्रभावित करता है। आयुर्वेद में मौजूद पद्धति से कोरोना से काफी हद तक बचाव हो सकता है। इम्यूनिटी स्ट्रांग करने के लिए दिनचर्या में आंवला, त्रिफला, मुनक्का दाख, हल्दी युक्त दूध और संजीवनी वटी का इस्तेमाल करना चाहिए।
उन्होंने बताया यह चीजें कोरोना के खिलाफ लड़ने में कारगर साबित होती हैं। भोजन में मूंग, मसूर, मलका और चने की दाल शामिल करें, क्योंकि यह दालें जल्दी पच जाती हैं। नियमित तौर पर गुनगुना पीना पीयें। शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने के लिए नियमित तौर पर उचित मात्रा में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू का सेवन करना चाहिए। वहीं आयुष काढ़े का सेवन करना भी उत्तम रहेगा। इसके अलावा कोरोना वायरस से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
घर से बाहर निकलने पर बरतें एहतियात
घर से बाहर निकलने पर मास्क से मुंह और नाक को ढककर रखें। नियमित रूप से हाथों को धोएं, सैनिटिइज करें साथ ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें। बुजुर्ग, बच्चे या किसी भी तरह की गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्ति बिना आवश्यक कारणों से घर के बाहर न निकलें। जो यात्राएं जरूरी नहीं हैं, उन्हें कुछ समय के लिए टाल दें। कोरोना से घबराएं नहीं, किसी भी प्रकार के लक्षण आने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को सूचित करें। समय पर कोरोना संक्रमण की पहचान एवं उपचार से कोरोना संक्रमित मरीज को स्वस्थ करने की संभावना बढ़ जाती है, साथ ही सही समय में जांच हो जाने से संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया जा सकता है, ताकि संक्रमण फैलने का खतरा कम हो सके।