भाग्यरेखाओं पर गड्ढों का ग्रहण
राजेंद्र डोगरा, धर्मशाला सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-154 का
राजेंद्र डोगरा, धर्मशाला
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-154 का हाल बेहाल है। यहां हर समय वाहन चालकों व यात्रियों की जान आफत में रहती है। इसकी मुख्य वजह कोटला के समीप त्रिलोकपुर में सड़क धंसना है। हालांकि यहां पहाड़ी काटकर अस्थायी रूप से मार्ग तो बना दिया है, लेकिन अगस्त में जब यहां दूसरी बार सड़क धंसी थी तो टिप्पर चालक को कूदकर जान बचानी पड़ी थी। इसके अलावा नगरोटा बगवां से लेकर बैजनाथ तक सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। यहां जैसे ही कोई वाहन गुजरता है तो वह भी हिचकोले ही खाता है। इस बार बरसात से भी हाइवे को खासा नुकसान पहुंचा है। सितंबर का पहला पखवाड़ा गुजर चुका है लेकिन मरम्मत कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है। लोक निर्माण विभाग (एनएच) की मजबूरी यह है कि हाइवे अब फोरलेन निर्माण के कारण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के सुपुर्द हो चुका है। मटौर-शिमला हाइवे की भी यह स्थिति है। मटौर, कांगड़ा, समेला, दौलतपुर व रानीताल में इसकी हालत बद से बदतर हो चुकी है।
........................
संपर्क सड़कें भी खस्ताहाल
बरसात के कारण हाइवे ही नहीं बल्कि राजमार्ग व संपर्क सड़कें भी खस्ताहाल हो चुकी हैं। जिले में करीब 500 संपर्क मार्ग हैं, लेकिन कुछेक को छोड़कर शेष की हालत बद से बदतर है।
..................
'बरसात के कारण जो नए ब्लैक स्पॉट बने हैं उन्हें 15 दिन में दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। कांगड़ा जोन के तहत कांगड़ा व चंबा जिलों में 190 करोड़ रुपये का नुकसान मार्गो को हुआ है।'
-एसके गंजू, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग कांगड़ा जोन।
.....................
'पठानकोट-मंडी व मटौर-शिमला हाइवे एनएचएआइ के सुपुर्द हो चुके हैं। मैक्लोडगंज-मुबारिकपुर व नादौन-कलोहा मार्ग को दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं।'
-आरके मिन्हास, अधीक्षण अभियंता लोनिवि (एनएच) शाहपुर।
..........................
'हाइवे को फोरलेन बनाने के लिए जल्द टेंडर किया जाएगा। इस संबंध में औपचारिकताओं को पूर्ण किया जा रहा है।'
-वैभव पांडे, यंग प्रोफेशनल एनएचएआइ